उत्तर प्रदेश

क्यूआर कोड के माध्यम से मिल रही अल्ट्रासाउंड की सुविधा

 ई-रुपी वाउचर के जरिए गर्भवती को निजी अल्ट्रासाउंड सेंटर पर मिल रही जांच की सुविधा
 अब तक जारी किए जा चुके हैं 972 ई-रूपी वाउचर 
आगरा।सरकारी स्वास्थ्य इकाइयों पर प्रसव पूर्व जांच करवाने वाली गर्भवती को ई-रुपी वाउचर के जरिए निजी अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर अल्ट्रासाउंड कराने की सुविधा मिल रही है। निजी केंद्रों पर सिर्फ एसएमएस और क्यू आर कोड दिखाकर गर्भवतियों को यह सुविधा मिल जाती है। एक अप्रैल 2023 से शुरू हुई योजना के अंतर्गत अब तक 972 ई-रूपी वाउचर जारी किए जा चुके हैं। 
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि प्रसव पूर्व जांच में अल्ट्रासाउंड की अहम भूमिका होती है। जिले में जिन स्वास्थ्य इकाइयों पर अल्ट्रसाउंड की सुविधा नहीं है उनके नजदीक के निजी केंद्र को सम्बद्ध कर गर्भवती को सरकारी प्रावधानों के अनुसार अल्ट्रसाउंड की सुविधा दिलाई जा रही है। माह के नौ तारीख को मनाए जाने वाले प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस के तहत सीएचसी और पीएचसी दोनों इकाइयों पर आने वाली गर्भवती को आवश्यकतानुसार यह वाउचर दिया जाता है, जबकि एक, सोलह और 24 तारीख को सिर्फ सीएचसी और जिला महिला अस्पताल पर आने वाली गर्भवती को यह वाउचर अल्ट्रासाउंड के लिए दिए जाते हैं। अल्ट्रासाउंड के जरिए गर्भ में बच्चे की स्थिति और उसके विकास की स्थिति पता चल जाती है। यदि कोई समस्या नजर आती हैं तो समय से उसका उपचार किया जाता है| 
एत्मादपुर ब्लॉक के ग्राम भावै सेमी निवासी 30 वर्षीय गर्भवती सोनम ने बताया कि उनके पति को निजी केंद्र पर अल्ट्रासाउंड की जानकारी अखबार के माध्यम से पता चली थी| जब वह प्रसव पूर्व जाँच के लिए केंद्र पर आयी तो डॉक्टर ने उन्हें भी अल्ट्रासाउंड कराने के लिए ई-रूपी वाउचर दिया, जिसकी मदद से उन्होंने निजी अल्ट्रासाउंड केंद्र पर अपना अल्ट्रासाउंड कराया। सोनम ने बताया कि पिछली बार उन्होंने बाहर से पैसे देकर अल्ट्रासाउंड कराया था।
जिला मातृत्व स्वास्थ्य परामर्शदाता संगीता भारती ने बताया सीएचसी और पीएचसी पर आने वाली गर्भवती को चिकित्सक जब अल्ट्रासाउंड की सलाह देते हैं तो वहां के ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर द्वारा एसीएमओ को सूचना दी जाती है और जिला स्तर से ही एक से डेढ़ घंटे में ई-रूपी वाउचर जेनरेट कर लाभार्थी को दिया जाता है। स्मार्ट फोन वाले लाभार्थी के पास क्यू आर कोड चला जाता है, जबकि सामान्य फोन वाले लाभार्थी को एसएमएस भेजा जाता है।
प्रसव पूर्व जांच कराने वाली गर्भवतियों की संख्या में इजाफा
एत्मादपुर सीएचसी के अधीक्षक डॉ. संजीव वर्मा ने बताया कि सीएचसी पर पिछले वित्तीय वर्ष तक पूरे माह में 210 के आसपास गर्भवती प्रसव पूर्व जांच के लिए आती थी, लेकिन 1 अप्रैल 2023 से अब तक 340 गर्भवती महिलाओं ने अपनी प्रसव पूर्व जांच करायी है|  ई-रूपी वाउचर से 69 गर्भवर्ती को अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिली है। 
 
एसीएमओ आरसीएच डॉ. संजीव वर्मन ने बताया कि पीएमएसएमए दिवस में गर्भवती की प्रसव पूर्व हीमोग्लोबिन, शुगर, यूरिन जांच, ब्लड ग्रुप, एचआईवी, सिफ़लिस, वजन, ब्लड प्रेशर सहित अल्ट्रासाउंड एवं अन्य जांच की जाती हैं। जिन स्वास्थ्य इकाइयों पर अल्ट्रसाउंड की सुविधा नहीं है उनके नजदीक के निजी केंद्र को सम्बद्ध कर गर्भवती को सरकारी प्रावधानों के अनुसार अल्ट्रसाउंड की सुविधा दिलाई जा रही है।