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डॉ. भीमराव अंबेडकर एकता फाउंडेशन निकालेगी दलित नेताओं की शव यात्रा बेटियां भी देंगी दलित नेताओं की अर्थी को कंधा

आगरा। डॉ. आंबेडकर अनुयायी एकता फाउंडेशन द्वारा बिजलीघर चौराहा पर बनने वाले मेट्रो स्टेशन का नामकरण संविधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम किए जाने की मांग तेज होने लगी है।

रविवार को एकता फाउंडेशन ने बिजलीघर स्तिथ तथागत गौतम बुद्ध विहार गेस्ट हाउस पर प्रेस कांफ्रेंस कर कर एलान कर दिया है कि दलित समाज के राजनेताओं की सांकेतिक निकाली जायेगी।

फाऊंडेशन के अध्यक्ष आशीष प्रिंस का कहना है कि बाबा साहब का आगरा से बहुत पुराना नाता है। चौराहा पर विशाल प्रतिमा भी स्थापित है। आगरा को दलितों की राजधानी के रूप में भी जाना जाता है। स्टेशन का नाम डॉ. आंबेडकर चौक मेट्रो स्टेशन होना चाहिए। अगर ऐसा नही होता है तो दलित समाज के नेताओं की शव यात्रा निकलेगी जायेगी।

संयोजक एसबी दिनकर का कहना है कि उ.प्र के दलित नेता डरे हुए हैं। उनको बोलने की आजादी नहीं है। उनकी आत्मा मर चुकी है। समाज अर्थी में कंधा देने का काम करेगी।

वहीं मीरा देवी का कहना है कि अगर बाबा साहब के नाम से स्टेशन का नाम नहीं किया गया तो समाज ही समाज के दलित विधायक, सांसद, मंत्रियों की सांकेतिक शव यात्रा निकलेगी। जिसमें समाज की बहन, बेटियां, बड़े, बुजुर्ग उनकी अर्थी को कांधा देंगे।

डॉ. आंबेडकर राष्ट्रीय अधिवक्ता संघ के जिला संयोजक सिद्धार्थ जी कर्दम ने समर्थन दिया है। कहा कि डॉ. आंबेडकर चौक मेट्रो स्टेशन होना चाहिए बाबा साहब डॉ. आंबेडकर 18 मार्च 1956 में आगरा आए थे।रामलीला मैदान में विशाल जनसभा को संबोधित किया था।

अध्यक्ष आशीष प्रिंस, संयोजक एसबी दिनकर, राज नारायण, सुनील सागर, चौ. राम गोपाल, मीरा देवी रोहित राहुल वरुण, निगम, सिद्धार्थ जी कर्दम एड. , रतन बाबू, राज नारायण, राजेंद्र टाइटलर, गौरव मौर्या, राहुल वरबन, अरविंद सेंगर आदि मौजूद रहे।