संवाद – रेहान ख़ान
भरगैन में आयोजित उर्स में कुल की फातिहा में हुई सौहार्द की दुआ
बड़ी संख्या में अकीदतमंदों ने कार्यक्रम में शिरकत फरमाई
भरगैन : कासगंज के कस्बा भरगैन के मुहल्ला हसन थोक में शहंशाहों के शाह हज़रत वारिस-ए-पाक के आस्ताने से संबंधित हज़रत बेखुद शाह के 19वें उर्स-ए-पाक को लेकर कुरआन ख्वानी, परचम कुशाई, मीलाद शरीफ, कव्वाली, लंगर, तिलावत का नजराना पेश किया गया और नजरो-नियाज के बाद दुआ मांगी गई। अकीदतमंदों ने कुल शरीफ की फातिहा में शरीक होकर फैज हासिल किया और आलमे इस्लाम में आपसी सौहार्द, अमन, खुशहाली और तरक्की की दुआ मांगी।
हज़रत बेखुद शाह वारसी के दो दिवसीय उर्स कार्यक्रम के पहले दिन बुधवार सुबह ग्यारह बजे कुरआन ख्वानी हुईं। इसके बाद मजार पाक पर परचम कुशाई यानी झंडा चढ़ाया गया। इशां की नमाज के बाद मीलाद शरीफ में उलेमा ने लोगों को इबादत के साथ बुरी सोहबत से बचने की गुजारिश करते हुए कहा कि आज युवा इस्लाम के संस्कारों से दूर होते जा रहे हैं। अगर हम पैगंबर साहब के मार्ग से भटकते हैं तो नुकसान ही नुकसान है। दुनिया चंद रोजा है जो फना होने वाली है।
उलेमाओं ने कहा कि हम सबको अपनी जवानी अपने रब पर फिदा करना चाहिए। मरने के बाद इंसान के आमाल साथ देंगे, इसलिए बुरे कामों से बचकर अल्लाह के बताए रास्ते पर चलें।
उर्स कार्यक्रम से जुड़े परवेज वारसी ने झूठ, चुगली, पीठ पीछे बुराई, किसी को गाली या धोखा देना, घमंड, फिजूलखर्ची जैसी बुराइयों को खत्म करने की तालीम पर जोर दिया और कहा कि इस्लाम गरीबों, यतीम और जरूरतमंदों के कल्याण की बात करता है। उर्स के दूसरे दिन बृहस्पतिवार को चादर, गागर, लंगर, कव्वाली और कुल शरीफ की फातिहा हुई। जिसमें अकीदतमंदों ने शिरकत करके दुआएं मांगीं। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद रहे। उर्स में गैर जनपदों के लोगों ने भी शिरकत की। मुख्य रुप से नव निर्वाचित वार्ड सभासद अफ़ज़ल खान, हाजी हफीज खान, शाहरुख, अमान खान, समाजसेवी रिहान खान, मास्टर नूर आलम खान, इरशाद अली, आदिल, आमिर खान सहित अन्य लोगों की मौजूदगी रही।