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आगरा के समाजसेवी अशोक गोयल के 50 साल का व्यापार का सफरनामा

 आगरा – आगरा के प्रमुख समाजसेवी अशोक गोयल के व्यापार का सफर पिछले 50 साल में अविस्मरणीय रूप से उभरा है। उनको जून 1973 में पूज्य पिताश्री देवीदास गोयल ने सूरजभान अशोक कुमार की स्थापना कराकर उनको एक जिम्मेदारी प्रदत्त की जिससे  उन्हें उनके व्यापार की दुनिया में पहला कदम रखने का अवसर प्रदान किया। इसके बाद, अशोक गोयल के सहयोग प्रेरणा एवं मार्गनिर्देशन में कई शहरों में व्यापार  सफलतापूर्वक कर कई क्षेत्रों में कदम रखा है।
1975 में, अशोक गोयल ने मुंबई में “एस डी ट्रेडिंग कॉरपोरेशन” की स्थापना  अपने साथी के समन्वय से की जो उनके व्यापारिक उद्यम की द्वितीय नींव रही । वे मेहनत के साथ अपने व्यापार को बढ़ाते रहे उन्होंने 1978 में “सूरजभान अशोक कुमार एंड कंपनी” के नाम से जैतपुर (सौराष्ट्र ) में एक खरीद ऑफिस वनाया । इसके बाद, उन्होंने अपने व्यापार को मजबूत बनाते  हुए  उन्होंने जय हिंद मार्केट मैं  “स्वप्न संगम”तथा राजा की मंडी आगरा में अपना उद्योग के नाम से  व्यापारों को प्रारंभ किया 
1986 में, अशोक गोयल के परिवार ने “श्री गोपाल टैक्सटाइल्स traders” के नाम से सूरत में आढत का व्यापार खोलकर  व्यापार की नई उपलब्धि हासिल की। इसके बाद अशोक गोयल ने साथियों के साथ  मद्रास में आफिस स्थापित किया फिर उन्होंने छोटे भाई पंकज गोयल के समन्वय  से श्री गोपाल क्रिएशन सूरत की स्थापना की और जिन्होंने “सफरनामा” के रूप में अपना अपना व्यापार धीरे-धीरे विस्तृत किया।
2009 मैं साड़ी का मैन्युफैक्चरिंग का काम श्री गोपाल क्रिएशन सूरत में स्थापित किया
अशोक गोयल के छोटे बेटे ने दुबई से पढ़ाई करके शिक्षा क्षेत्र में अपनी अलग  पहचान बनाई है। उन्होंने “आईडीटी” के नाम से “इंस्टीट्यूट आफ डिजाइन एंड टेक्नोलॉजी” के नाम से  सूरत में फैशन डिजाइनिंग और इंटीरियर डिजाइनिंग की पढ़ाई प्रारंभ की । उनके अब तक के प्रयासों के परिणामस्वरूप, उनके पास देश भर में 10 से अधिक शिक्षाकेंद्र हैं।
2013 में, अशोक गोयल ने अपने  बड़े बेटे को “श्री गोपाल फैशन” के नाम से सूरत में अपना व्यापार शुरू कराया । इस व्यापार में कपड़ों का व्यापार और साड़ियों का निर्माण होता है, और इसमें बड़ी बात यह है कि इसने करीब 10 लोगों को व्यापार में शामिल होने का अवसर प्रदान किया है। अशोक गोयल के व्यापारिक यात्रा में, उन्हें प्रभु की कृपा हासिल हुई है और उन्होंने 50 सालों के अवधि में 35 साथियों के साथ साझीदार या अन्य रूप से व्यापार करने का सौभाग्य प्राप्त किया है।  और किसी से भी कभी कोई विवाद नहीं हुआ है उनका मानना है कि मुझे किसी साथी से  कोई नुकसान नहीं हुया है मेरे द्वारा किसी को नुकसान हुआ हो तो मुझे पता नहींउन्होने सेवा के साथ  व्यापार में भीअपनी विशिष्ट पहचान बनाई है।
अशोक गोयल ने अपने उद्यमी जीवन में सद्भावना, नैतिकता और समाजसेवा को महत्वपूर्ण स्थान दिया है। वे व्यापार के साथ-साथ एक सामाजिक परिवर्तन के लिए सक्रिय रहे हैं और समाज की सेवा में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। 
अशोक गोयल के 50 साल के व्यापारिक सफर के अवसर पर, समुदाय के सदस्यों ने उन्हें उनके सामरिक साहस और उद्यमिता के लिए सराहा है। उनका योगदान समाज के विकास और समृद्धि में महत्वपूर्ण रहा है और उनकी सफलता एक प्रेरणास्रोत बन गई है। उनके अवधारणाओं, मेहनत और समर्पण का प्रतीक बनते हुए, उन्हें व्यापारिक दुनिया में अच्छा सम्मान प्राप्त होता है।