सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ
नई दिल्ली। डब्ल्यूएफआई प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन से हट जाने की ख़बर पर साक्षी मलिक ने कहा कि ये खबर बिलकुल ग़लत है। इंसाफ़ की लड़ाई में ना हम में से कोई पीछे हटा है, ना हटेगा। सत्याग्रह के साथ साथ रेलवे में अपनी ज़िम्मेदारी को साथ निभा रही हूँ। इंसाफ़ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी है। कृपया कोई ग़लत खबर ना चलाई जाए।
समाचार एजेंसी एएनआई से पहलवान साक्षी मलिक ने कहा कि हमने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, यह एक सामान्य बातचीत थी। हमारी केवल एक ही मांग है और वह है उन्हें (बृजभूषण सिंह) गिरफ्तार करना। मैं विरोध से पीछे नहीं हटी हूं, रेलवे में OSD के रूप में मैंने अपना काम फिर से शुरू कर दिया है। मैं स्पष्ट करना चाहती हूं कि जब तक हमें न्याय नहीं मिल जाता तब तक हम विरोध करते रहेंगे। हम पीछे नहीं हटेंगे। उसने (नाबालिग लड़की) कोई प्राथमिकी वापस नहीं ली है, यह सब फर्जी है।
गौरतलब हो कि 28 मई को उनके जंतर मंतर विरोध स्थल से हटने के बाद मलिक, पुनिया और विनेश फोगट ने भारतीय रेलवे में काम फिर से शुरू कर दिया है। उत्तर रेलवे मुख्यालय के रिकॉर्ड से पता चलता है कि रियो ओलंपिक की कांस्य पदक विजेता मलिक 31 मई को अपने बड़ौदा हाउस कार्यालय में शामिल हुईं, जिसके एक दिन बाद हरिद्वार में भारी ड्रामा हुआ, जहां तीनों ने भारतीय किसान के देर से हस्तक्षेप के बाद गंगा में अपने अंतरराष्ट्रीय पदकों को विसर्जित करने से रोक दिया।