नई दिल्ली। चक्रवात बिपरजॉय को लेकर लगातार तैयारियां की जा रही है। माना जा रहा है कि कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में 15 जून सुबह से शाम तक 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है और हवा की रफ्तार 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है। इसका असर रेल सेवा पर भी पड़ता दिखाई दे रहा है। पश्चिम रेलवे ने बताया कि गुजरात के बिपारजोय प्रभावित क्षेत्रों में आज 56 ट्रेनें रद्द की गई हैं और कल से 15 जून तक बिपरजोय के प्रभाव से 95 ट्रेनें रद्द रहेंगी।
पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अशोक कुमार मिश्रा ने कहा कि हम बिपरजोय की लगातार निगरानी कर रहे हैं। हमारे मुख्यालय में हमने आपदा नियंत्रण कक्ष बनाया है…हमने ADRM को भुज, गांधीदाम, पोरबंदर और ओखा में तैनात किया है। उन्होंने कहा कि आज पोरबंदर में हवा की गति बढ़ने के चलते कुछ ट्रेन कैंसिल की गई है। कल से जो गाड़ियां तटीय इलाकों में जा रही हैं उन्हें कैंसिल कर दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हमने यहां से तीन RPF बटालियन और मेडिकल टीम भेजी है…विरावल, पोरबंदर, ओखा, द्वारका, गांधीधाम और भुज में आने वाले 2-3 दिनों तक ट्रेन का संचालन बंद रहेगा।
चक्रवात बिपारजॉय को लेकर समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की निकासी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय किए जाएं। उन्होंने कहा कि नुकसान की स्थिति में तत्काल सेवा बहाल करने की तैयारियों के साथ आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय चक्रवात बिपारजॉय की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहा है; एनडीआरएफ की 12 टीम तैनात है, 15 और टीम तैयार है।
पीएम मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया कि राज्य सरकार द्वारा कमजोर स्थानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित रूप से निकाला जाए और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल आदि जैसी सभी आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए और क्षति की स्थिति में उन्हें तत्काल बहाल किया जाए। उन्होंने नियंत्रण कक्षों के 24*7 कार्य करने का भी निर्देश दिया।
साभार – प्रभासाक्षी