उत्तर प्रदेश

बालू के अवैध खनन का “कोलावल रायपुर मानपुर में बज रहा डंका ? प्रशासन का नहीं चल रहा कानूनी डंडा?

संवाद – विनोद मिश्रा
बांदा। बालू का “जबरदस्त अवैध खनन जिले में आल्हा -ऊदल का सैरा” हो गया हैं! “लाल सोने की लूट ऐसी मची हैं मानों अंत काल पछताओगे जब पावर जायेगा छूट”!
अब अवैध खनन का एक और उदाहरण बताते हैं ! मामला नरैनी तहसील क्षेत्र की ग्राम पंचायत “कोलावल रायपुर के राजस्व ग्राम मानपुर” का है ! यहां खनिज नियमावली के विपरीत “अवैध बालू खनन का जमकर कोलाहल” है। इस खदान पर चित्रकूट,नरैनी एवं महोबा के बड़े जनप्रतिनिधियों का वरद हस्त है? “दुस्साहस और निर्भीकता की यंहा भी पराकाष्ठा देखने” को मिल रही है। बालू “खनन संचालकों में यहां सुई की नोंक के बराबर भी भय” नहीं हैं? “प्रशासन की स्थिति भी यहां जर खरीद गुलाम” की सी बन गईं है ? बेखौफ खनन का नजारा यह है की ग्राम सभा की जमीन पर बालू मानपुर में भूमि धरी खदान संचालक नें “ग्राम सभा में करीब पचास हजार घन मीटर मोरंग का अवैध खनन” अभी कर चुका हैं?भूमिधरी “खदान लाल सोना उगल” रही है! रोजाना लगभग तीन सौ ओवर लोड ट्रकों द्वारा बालू रूपी “लाल सोने का परिवहन” हो रहा हैं? ओवर लोडिंग और अवैध खनन से गांव की सड़कें खस्ताहाल हो गईं हैं! यहां बने “भगवान शंकर और हनुमान मंदिर भी क्षतिग्रस्त होने की चपेट में आ गये बताये जा रहें हैं ? ग्रामीणों नें अवैध खनन की “नीचे से लेकर ऊपर तक के योगी राज में शिकायत” की हैं,पर “कार्यवाई के नाम पर मामला ठन -ठन गोपाल” साबित हो रहा है?अधिकारी जाते हैं तो “अवैध खनन का दर्शन कर आशिर्वाद” सा लेकर वापस आ जाते हैं ? “एडीएम भी मौके पर जाकर दर्शन और परिक्रमा” कर आये हैं! आईजीआर एस पर भी मामले की शिकायत की जा चुकी हैं। लेकिन “कार्यवाई अंधेर नगरी वाली कहावत चरितार्थ” कर रही हैं?


भूमिधरी की आड़ में “क्षेत्र के बाहर भी खनन किया” जा रहा है। “अवैध खनन की मौरंग डंप के पहाड़ ऊंचे” कर रही है! नदियों किनारे हो रहे अवैध खनन की मौरंग भी इनकी आड़ में निकाली जा रही है!
निजी भूमि में मौरंग खनन के पट्टे लेने वाले “गहराई तक खोदाई कर मौत के गड्ढे तैयार” कर रहे हैं। “बारिश के दौरान यही गड्ढे मौत का सबब” बनें तो आश्चर्य नहीं होगा? ग्रामीण बताते हैं कि प्रशासन एवं जन प्रतिनिधियों की मिलीभगत के चलते इनके ऊपर जल्दी कार्रवाई नहीं होती? होती भी हैं तो “खानापूर्ति में सिमट जाती” है। अफसोस की बात है की अवैध खनन पर पूरे जिले में रोक के नाम पर “हमाम में सभी नंगे की कहावत चरित्रार्थ” सी हो रही है?