- जनपद में हर माह की 15 तारीख को मनाया जा रहा हैँ एकीकृत निक्षय दिवस
- निक्षय दिवस की शुरुआत से अब तक 30 हजार लोगों की हुई स्क्रीनिंग
आगरा। टीबी के प्रति लोगों को जागरुक किया जाता है। दिवस से पूर्व से ही आशा द्वारा घर-घर भ्रमण कर समुदाय से संवाद कायम कर जागरुकता फैलाई जाती है। आशा भ्रमण के दौरान संभावित मरीजों को चिन्हित तथा सूचीबद्ध कर अस्पतालों तक लाया जाता है, जिसका टीबी स्क्रीनिंग के बाद बलगम का नमूना लिया जाता है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सीएल ने बताया कि दिसंबर 2022 से शुरू होने वाले एकीकृत निक्षय दिवस में अब तक लगभग 30000 लोगों ने अपनी टीबी की स्क्रीनिंग कराई है। इनमें से 450 संभावित रोगियों के सैंपल लिए गए और 325 मरीजों के स्पुटम की जांच की गई। इनमें से 83 मरीजों में टीबी की पुष्टि हुई है। जनवरी 2023 से अब तक पब्लिक सेक्टर में 5750 और प्राइवेट सेक्टर में 6015 टीबी मरीज खोजे जा चुके हैं। अब तक जनपद में कुल 11765 टीबी मरीजों का उपचार किया जा रहा है। इनमें से 315 निक्षय मित्रों द्वारा 10750 टीबी रोगियों को गोद लिया जा चुका है।
जिला पीपीएम समन्वयक अरविंद यादव ने बताया कि यदि लगातार दो हफ्तों से ज्यादा खांसी, खांसी के साथ खून का आना, छाती में दर्द और सांस का फूलना, वजन का कम होना और ज्यादा थकान महसूस करना, शाम को बुखार आना जैसे लक्षण हैं तो अपनी जांच अवश्य करवाएं।
लोग हो रहे जागरुक
फतेहाबाद के गांव भालोखरा निवासी 58 वर्षीय महेश स्वामी (बदला हुआ नाम) बताते हैं कि मुझे 15 दिनों से लगातार खांसी और बुखार की तकलीफ थी। जब मैंने अखबार में टीबी के लक्षण और जांच से संबंधित खबर पढ़ी, इसके पश्चात मैंने हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर जाकर सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) सुरेंद्र सिंह से जानकारी प्राप्त की और अपनी जांच कराई। जांच प्रक्रिया के बाद उनमें टीबी की पुष्टि हुई। इसके बाद से उनका उपचार चल रहा है।
फतेहाबाद ब्लॉक के गांव भालोखरा निवासी 57 वर्षीय मुनव्वर (बदला हुआ नाम) बताते हैं कि उन्होंने अखबार में एकीकृत निक्षय दिवस के बारे में पढ़ा और उसमें लिखे लक्षणों को देखकर सोचा कि उन्हें भी टीबी की जांच करानी चाहिए। मुनव्वर ने बताया कि इसके बाद उन्होंने क्षेत्रीय आशा को यह बात बताई। इसके बाद नजदीकी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर जाकर अपनी टीबी की जांच कराई, इसके पश्चात सीएचओ द्वारा जांच सैंपल अग्रिम प्रक्रिया के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र फतेहाबाद भेजा गया।