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सावन की हुई शुरुआत जानिए किस दिन दी जाएगी शिव परिक्रमा कब से शुरू होंगे सावन के सोमवार

आगरा। इस बार सावन शिव भक्तों के लिए बहुत ख़ास रहेगा। क्योंकि ये सावन 30 नहीं 59 दिनों का होगा। भक्तों के लिए एक नहीं दो महीने सावन के रहेंगे।भगवान भोलेनाथ का प्रिय महीना सावन इस बार 59 दिनों का होगा। शिव भक्तों को सावन के कुल 8 सोमवार को भगवान शिव का व्रत कर उनका जलाभिषेक करने का सौभाग्य प्राप्त होगा। इसका कारण है नया विक्रम संवत 2080 ‘नल’, जो 12 की जगह 13 महीने का होगा। ऐसा इसलिए क्योंकि नूतन हिंदू नव वर्ष में मलमास है। प्रत्येक तीसरे वर्ष ऐसी स्थिति बनती है, जब संवत में 12 की जगह 13 महीने होते हैं। आगरा में पहला सोमवार राजेश्वर मंदिर मेला दूसरा बल्केश्वर मंदिर मेला जिसमें आगरा की परिक्रमा की जाती हैं। भगवान शिव के चारों धाम की भक्त परिक्रमा करते हैं। तीसरा सोमवार बाबा पृथ्वी नाथ मंदिर के नाम रहता है। चौथा सोमवार बाबा कैलाश नाथ के मंदिर का रहता है। जिसका स्थानीय अवकाश भी रहता है।

सावन सोमवार व्रत का महत्व


सावन सोमवार व्रत करने से विवाह के योग बनते हैं. इस व्रत को करने से माता पार्वती को भगवान शिव पति के रूप में प्राप्त हुए. इसी वजह से मनचाहा जीवनसाथी पाने के लिए सावन सोमवार का व्रत रखा जाता है. इसके अलावा शिव जी की कृपा पाने के लिए सावन सोमवार व्रत का पालन करें।

कब से शुरू हैं सावन के सोमवार


इस बार सावन में आठ सोमवार पड़ने वाले हैं। जिसमें पहला 10 के बाद 17 जुलाई, 24 और 31 जुलाई, 7 अगस्त, 14 अगस्त, 21 और 28 अगस्त को सोमवार पड़ रहा है।

सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई – राजेश्वर मंदिर मेला
सावन का दूसरा सोमवार परिक्रमा 17 जुलाई – बल्केश्वर महादेव मंदिर मेला
सावन का तीसरा सोमवार 24 जुलाई – कैलाश मंदिर मेला
सावन का चौथा सोमवार 31 जुलाई – पृथ्वीनाथ मंदिर मेला

माता पार्वती ने की थी तपस्या


सावन महीने को इसलिए खास माना जाता है क्योंकि ऐसी मान्यता है कि इसी महीने में माता पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए तपस्या की थी। भगवान शिव की साधना करके उन्हें पाया था। इसलिए कुंवारी लड़कियां भगवान शिव का व्रत करके मनवांछित फल की प्राप्ति का वर मागती हैं।

सावन के सोमवार को सुबह जल्दी उठकर करें ये काम

प्रातः जल्दी उठें और स्नान आदि से मुक्त होकर साफ़ वस्त्र धारण करें।
शिव मंदिर में जाकर शिवलिंग का अभिषेक करें और उन्हें बेलपत्र तथा फूलों से सुसज्जित करें।
यदि आप शिवलिंग को कच्चे दूध से स्नान कराएंगी तो आपके लिए विशेष रूप से फलदायी हो सकता है।
इस दिन नियम पूर्वक पूरे दिन व्रत का पालन करें और फलाहार का सेवन करें। रात में शिव जी को उनके मनपसंद भोजन खीर या हलवे का भोग लगाएं और स्वयं भी ग्रहण करें।
यदि आप अपने जीवन में सौभाग्य, समृद्धि और खुशियां लाने के उपाय ढूंढ रहे हैं, तो सावन के सोमवार व्रत आपके लिए विशेष रूप से फलदायी हो सकते हैं।


सावन सोमवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में जागें। इसके बाद पूरे घर की सफाई करके स्नानादि से निवृत्त हो जाएं।
पूरे घर में गंगा जल या पवित्र नदी का जल छिड़कें।
पूजा करते वक्त कभी भी काले वस्त्र धारण ना करें बल्कि सावन में मुख्य रूप से हरा, केसरिया, पीला, लाल और सफेद रंग के वस्त्र धारण करना लाभकारी माना जाता है।
इस दिन भगवान शंकर के साथ पार्वती जी की भी पुष्प, धूप, दीप और जल से पूजा करनी चाहिए।


सोमवार को भगवान शिव के व्रत या पूजन के दिन, महामृत्युंजय मंत्रका 108 बार जाप करना भी अति श्रेष्ठ माना जाता है। इस जप से सभी रोगों से मुक्ति मिलती है एवं मन को शांति मिलती है।
इसके अलावा ॐ नमः शिवाय मंत्र का जाप करना भी सावन सोमवार में लाभदायक होता है। इससे व्यक्ति का मानसिक तनाव दूर होता है।यदि आप व्रत करते हैं तो पूरे दिन फलाहार का सेवन करें और दिन में एक बार भोजन करें जिसमें अन्न और नमक का सेवन न करें।

सावन में 6 चीजों का दान है श्रेष्ठ


सावन में दान करने से शिव की पूजा और व्रत करने के समान पुण्य मिलता है. सावन के पूरे महीने, खासकर सावन सोमवार पर चांदी की वस्तु, घी, रुद्राक्ष, अनाज, वस्त्र, काला तिल का दान करना श्रेष्ठ माना जाता है. शिव पुराण के अनुसार इन चीजों के दान से शादीशुदा जीवन में तनाव नहीं रहता, नौकरी में तरक्की के रास्ते खुलते हैं और व्यक्ति धन लाभ पाता है।

इस मंत्र का करें जाप

शिव के चमत्कारी मंत्र
महामृत्युंजय मंत्र – ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्। उर्वारुकमिव बन्धनान मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
शिव गायत्री मंत्र – ॐ तत्पुरुषाय विद्महे, महादेवाय धीमहि, तन्नो रूद्र प्रचोदयात्।
शिव तारक मंत्र- ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे।

सावन सोमवार व्रत फल

सोमवार व्रत नियमित रूप से करने पर भगवान शिव तथा देवी पार्वती की अनुकम्पा बनी रहती है।

जीवन धन-धान्य से भर जाता है।

भगवान शिव सभी अनिष्टों का हरण कर भक्तों के कष्ट दूर करते हैं।