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श्री मनकामेश्वर मंदिर में चढ़ने वाला दूध का इस तरह किया जा रहा है सद्पयोग देखिए विडियो

आगरा। वसुधैव कुटुम्बकम् सनातन धर्म का मूल संस्कार तथा विचारधारा हैं । इसका अर्थ है- धरती ही परिवार है । यह वाक्य भारतीय संसद के प्रवेश कक्ष में भी अंकित हैं

श्री मनःकामेश्वर मठ आगरा के द्वारा इसी वाक्य को ध्यान में रखते हुए श्रावण मास में हो रहे नियमित रूद्राभिषेको के माध्यम से बाबा पर चढ़ा हुआ जो दूध प्राप्त होता है उसको संचित कर गर्म कर 4 संस्थानों पर विकलांग, रोगियों बच्चों को गत 10 दिन से वितरित किया जा रहा हैं ।


क़रीब 100 लीटर दूध इन समस्त संस्थानों में वितरित होता हैं
प्रेमदान (मदर टेरेसा की मिशनरी आफ चैरिटी) के असहाय रोगियों को जिनमें से कुछ का जीवन तो पलंग पर ही बीत गया।कुष्ठ आश्रम जहाँ पर रहने वाले वहीं पर रहते है, आम समाज में आजतक नहीं आ सके और हमारे गुरू समाधि स्थान, गढ़ी ईश्वरा के बच्चे जोकि जमकर दूध पीते हैं ।इस सेवा कार्य में मठ आभारी है फादर मून का जिन्होंने हमें अवसर दिया कि हम उनके सेवा प्रकल्प में सेवा दे सके।


कुछ लोग जो ऐसे स्थानों पर हमारे प्रयास के लिए विपरीत विचार रखते हो उनसे हमारा आग्रह हैं कि वो ध्यान रखें कि हमारे बाबा भोलेनाथ जीते जी (ज़िंदा) तो छोड़िए भूत-प्रेतों को भी अपनाते हैं ।सनातन धर्म व गीता में भगवान कृष्ण कहते हैं ‘कर्म किए जा फल की चिंता ना कर।’ मठ का उद्देश्य कोई प्रचार- प्रसार नहीं केवल प्रेरित करना हैं कि हम सब बाबा (परमात्मा) की संतान हैं ।हम सौभाग्यशाली हैं आप भक्तों के जिनके माध्यम से शुद्ध दूध ज़रूरतमंदों तक पहुँच पाता हैं ।

किसी भी प्रकार के सुझावों , सहयोग के लिए आप निम्न नम्बरों पर सम्पर्क कर सकते….
हरिहर पुरी 9837030732
बंटी ग्रोवर 98972 20463
टी.पी.तिवारी 9997858289
संदीप बजाज 98370 65169