जीवन शैली

पुष्टि मार्गीय प्रेम निधि मंदिर में अधिक मास मनोरथ उत्सव 18 से



संपूर्ण अधिक मास में मंदिर में होंगे प्रतिदिन उत्सव मनोरथ
ठाकुर श्री श्याम बिहारी की सजेगी आकर्षक झांकी, होगा तुलसी विवाह भी

आगरा। अधिक मास के पावन अवसर पर कटरा हाथी शाह, नाई की मंडी स्थित पुष्टिमार्गीय प्रेमनिधि मंदिर मनोरथ उत्सव धूमधाम के साथ 18 जुलाई से 16 अगस्त तक आयोजित किये जाएंगे। मंदिर परिसर में मनोरथ उत्सवों का आमंत्रण पत्र विमोचन किया गया।
14 जुलाई 2023, दिन शुक्रवार को हुए आमंत्रण पत्र विमोचन कार्यक्रम में मुख्य सेवायत पंडित हरिमोहन गोस्वामी ने कहा कि आयोजन में पूरे वर्ष के सभी त्योहार मनोरथ उत्सव के रूप में मनाए जाएंगे। प्रतिदिन सायं 6 बजे से रात्रि दस बजे तक उत्सव आयोजित होंगे।
पंडित सुनीत गोस्वामी ने कहा कि इस वर्ष भी प्रत्येक पुरुषाेत्तम मास की भांति प्रेमनिधि जी के लाड़ले ठाकुर श्री श्याम बिहारी जी के मनोहरी रूप के दर्शन भक्तगण कर सकेंगे। मनोरथ में होली, दिवाली, रक्षा बंधन, जन्माष्टमी, बसंत पंचमी, नंदोत्सव, दशहरा आदि उत्सव होंगे। हर उत्सव की विशेष झांकी वल्लभकुल की रीति के अनुसार सजाई जाएगी।
मंदिर प्रशासक पंडित दिनेश पचौरी ने कहा कि पुष्टिमार्गीय मंदिरों में अपरस की सेवा प्रमुख होती है। इस सेवा में ठाकुर जी की सेवा करने वाले किसी से भी बिना स्पर्श हुए ही सेवा पूर्ण करते हैं। सभी मनोरथ में ठाकुर जी की भाेग प्रसादी मंदिर प्रांगण में पंडित सुरेश पचौरी द्वारा अपरस में ही तैयार की जाएगी।
बता दें विगत माह मंदिर पधारे तुलसी पीठाधीश्वर श्री रामभद्राचार्य जी की प्रेरणा से आगरा के भक्तगण प्रति मनोरथ अपनी सहभागिता दे रहे हैं। इस अवसर पर रामनिवास गुप्ता, पार्षद मनीष धाकड़, राजेश धाकड़, मनीष अग्रवाल, आशीष पचौरी, अंकित शर्मा, विशाल शर्मा हाथरस, विशाल पचौरी, सचेंद्र शर्मा, विजय सिंघल, पवन अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।

मनोरथ उत्सवों की सूची
18 जुलाई होली मनोरथ
19 जुलाई नौका बिहार मनोरथ
20 जुलाई हरियाली तीज मनोरथ
21 जुलाई अक्षय तृतीया मनोरथ
22 जुलाई रथ यात्रा मनोरथ
23 जुलाई बसंत पंचमी मनोरथ
24 जुलाई ठाकुर जी की छठी मनोरथ
25 जुलाई पवित्रा धारण और सुंदर कांड मनोरथ
26 जुलाई जन्माष्टमी मनोरथ
27 जुलाई नंदोत्सव मनोरथ
28 जुलाई दशहरा
29 जुलाई तुलसी विवाह
30 जुलाई व्यंजन द्वादशी
31 जुलाई रक्षा बंधन(श्वेत हिंडोला) मनोरथ
01 अगस्तः शरद पूर्णिमा मनोरथ
02 अगस्तः गोवर्धन पूजा मनोरथ
03 अगस्तः खिचड़ी उत्सव मनोरथ
04 अगस्तः स्नान यात्रा (यमुना जी का पूजन) मनोरथ
05 अगस्तः गोपालष्टमी मनोरथ
06 अगस्तः पाटोत्सव मनोरथ
07 अगस्तः नरसिंह जयंती मनोरथ
08 अगस्तः राधाष्टमी मनोरथ
09 अगस्तः रामनवमी मनोरथ
10 अगस्तः बलदेव छठ मनोरथ
11 अगस्तः वल्लाभाचार्य जयंती मनोरथ
12 अगस्तः दान लीला मनोरथ
13 अगस्तः विठ्ठलनाथ जयंती जलेबी मनोरथ
14 अगस्तः शिवरात्रि मनोरथ
15 अगस्तः सखी वेश दर्शन मनोरथ
16 अगस्तः दीपावली मनोरथ

मंदिर की मान्यता
गीता प्रेस से प्रकाशित ग्रंथ भक्तमाल के वर्णन के अनुसार एक दिन मूसलाधार बारिश हो रही थी। हर क्षण सिर्फ अपने ठाकुरजी के विषय में ही सोचने वाले प्रेमनिधि जी का मन व्याकुल था कि मूसलाधार बारिश के कारण कहीं उनकी सेवा में व्यवधान न आ जाए। इसी चिंता में वे रात में सो भी न सके और बिना समय का अनमान लगाए घनघाेर काली अंधेरी बरसाती रात में यमुना की ओर चल दिए। मन में ठाकुर जी का ध्यान और कंधे पर सेवा हेतु जल लाने के लिए घड़ा। डगर मुश्किल। हर ओर पानी ही पानी भरा हुआ। चलते− चलते मार्ग दृश्यमान नहीं हो रहा था। तभी उन्होंने देखा कि एक सात− आठ वर्ष का बालक जिसके हाथ में मसाल है, नंगे बदन कांछनी पहने उनके पास आया। धुंधलाती रोशनी में प्रेमनिधि जी उसे देखने लगे। वो बालक प्रेमनिधि जी को यमुना जी तक लेकर गया और वापस वहां से लेकर आया। हाथ में मसाल थामे उस बालक को मंदिर के बाहर अन्तर्ध्यान होता देख प्रेमनिधि जी को ज्ञात हुआ कि उनकी सेवा की बाधा को स्वयं ठाकुर जी ने दूर किया।