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विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े में जन-जन को जागरुक करेगा सारथी वाहन

परिवार नियोजन के संदेश देगा सारथी वाहन

आगरा। विश्व जनसंख्या स्थिरता पखवाड़ा के तहत परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से गुरुवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. पीके शर्मा ने सारथी वाहन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। पखवाड़े के दौरान सारथी वाहन जन जन को परिवार नियोजन के संदेश देगा ।

सीएमओ डॉ.अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि पखवाड़े के दौरान पुरुषों को नसबंदी कराने के लिए जागरुक किया जाएगा। उन्होंने बताया कि वह शादीशुदा पुरुष जिनकी उम्र 60 वर्ष से कम है और कम से कम एक वर्ष उम्र का एक बच्चा है, नसबंदी करवा सकते हैं। पुरुष नसबंदी कभी भी करवाई जा सकती है, बशर्ते पत्नी ने नसबंदी न करवाई हो। नसबंदी के बाद कम से कम तीन माह तक कंडोम का प्रयोग करना चाहिए और उसके बाद वीर्य की जांच करानी चाहिए । जांच में शुक्राणु न पाए जाने की दशा में ही नसबंदी सफल मानी जाती है। अगर यौन संक्रमण है तो ठीक होने के बाद चिकित्सक की सलाह पर ही नसबंदी करवानी है। उन्होनें बताया कि पुरुष नसबंदी की सेवा लेने वाले लाभार्थी को खाते में 3000 रुपये देने का भी प्रावधान है। प्रेरक को भी 300 रुपये दिये जाते हैं। नसबंदी बिना चीरे के महज चंद मिनट में हो जाती है। सीएमओ ने सभी सुयोग्य दंपति से परिवार नियोजन का मनपसंद साधन अपनाकर जीवन खुशहाल बनाने की अपील की।

परिवार नियोजन के नोडल अधिकारी डॉ. पीके शर्मा ने बताया कि जनपद स्तर पर सारथी वाहन को प्रत्येक दिन सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक माइक्रोप्लान के अनुसार निर्धारित रूट पर प्रचार-प्रसार करेगा। साथ ही ब्लॉक स्तर पर भी सारथी वाहनों को प्रचार-प्रसार सामग्री,ऑडियो, बैनर आदि लगाकर लोगों में प्रचार किया जाएगा, जिससे लोग परिवार नियोजन की सेवाओं को अपनाने के लिए प्रेरित हो सकें। सारथी वाहन में गर्भनिरोधक साधनों वाला परिवार नियोजन किट भी रखा गया है। किट में कंडोम, आपातकालीन गर्भनिरोधक गोलियां (ई-पिल्स) एवं गर्भावस्था जांच किट रखी गयी है। उन्होंने ने बताया कि सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर पर्याप्त गर्भनिरोधक साधन उपलब्ध कराए गए हैं। पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन के लिए इच्छुक दंपति को आशा कार्यकर्ता के माध्यम से परिवार नियोजन के स्थायी साधन नसबंदी के अलावा आईयूसीडी व अंतरा इंजेक्शन के इच्छुक लाभार्थियों की भी सूची तैयार की गई हैं।

इस अवसर पर एसीएमओ डॉ. अमित रावत, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज जायसवाल, रजनेश, अपर शोध अधिकारी राजेंद्र सिंह सहित स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।