स्वास्तिक हैंडराइटिंग रिसर्च सेंटर ने कराई राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता
सात तरह की श्रेणियों में संपन्न हुई प्रतियोगिता, 06 से 60 वर्ष तक के लोगों ने किया प्रतिभाग
आगरा। हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी स्वास्तिक हैंडराइटिंग रिसर्च सेंटर द्वारा तृतीय नेशनल पैनमेन चैंपियनशिप कॉन्टेस्ट 2023 आयोजित किया गया। आनलाइन कॉन्टेस्ट में देशभर से 500 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। 06 से 60 वर्ष तक के प्रतियोगियों के मध्य सात श्रेणियों में प्रतियोगिता हुई। प्रतियोगिता में कुल 88 प्रतिभागी विजयी रहे।
इंस्टिट्यूट की निदेशक विनीता मित्तल ने बताया कि लेखन एक कला है। लेखनी द्वारा किसी के भी व्यक्तित्व को तराशा जा सकता है। लेखन सुधार की कोई उम्र सीमा नहीं होती, इसी संदेश को प्रतियोगिता के माध्यम से हम देते हैं। कोविड काल में इस प्रतियोगिता का आरंभ संस्थान द्वारा किया गया था ताकि घर बैठे लोगों में कलात्मकता और सृजनात्मकता का विकास हो सके। सह निदेशक शिशिर मित्तल ने कहा कि सात हैंडराइटिंग की श्रेणियों में प्रतियोगिता हुई थी, जिसमें प्रतिभागियों को चार श्रेणियों में विभाजित किया गया था। हर श्रेणी में प्रथम, द्वितीय और तृतीय विजेता चुने गए। निर्णायक मंडल में अमेरिका से वर्ल्ड हैंडराइटिंग कॉन्टेस्ट के लाइफ टाइम विजेता अशाेक बत्रा, ललित कला संस्थान के एसिस्टेंट प्रोफेसर और नेशनल लैटर राइटिंग विशेषज्ञ डॉ मनोज कुमार, कैलिग्राफी विशेषज्ञ डॉ रुपाली खन्ना, आर्टिस्टिक हैंडराइटिंग विशेषज्ञ गीता सैनी, हिंदी हैंडराइटिंग विशेषज्ञ अनु गर्ग शामिल थे। आनलाइन रजिस्ट्रेशन की व्यवस्था श्वेता अग्रवाल और आशीष सिंघल ने संभाली।
संयोजिका शिखा गौतम ने जानकारी दी कि प्रतियोगिता में कर्सिव, प्रिंट, स्लोगन, आर्टिस्टिक पैराग्राफ, हिंदी श्लोक, कलात्मक कविता लेखन, हिंदी लेखन सात प्रकार की हैंडराइटिंग श्रेणियां आमंत्रित की गयी थी। इन सभी श्रेणियों में उत्तर भारत से लेकर दक्षिण भारत, उत्तराखंड, उड़िसा, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा आदि राज्यों से प्रतिभागियों ने बेहतरीन प्रदर्शन किया। राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर सात तरह के हैंडराइटिंग कॉन्टेस्ट कराने वाला स्वास्तिक हैंडराइटिंग रिसर्च सेंटर अकेला संस्थान है। अप्सा के अध्यक्ष सुशील गुप्ता और डॉ सुरेंद्र दास के मार्गदर्शन में प्रतियोगिता सम्पन्न हुयी। कशिश नैनानी, शिल्पी मित्तल, किरन लालवानी, अदिति गुप्ता का सहयोग रहा। अगस्त माह में पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया जाएगा।