फिरोज़ाबाद,। जनपद के प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा में मुहर्रम माह की 07 वीं तारिख बुधवार को जिले भर से नगरीय व ग्रामीण क्षेत्रों के समस्त जायरीनों द्वारा प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर में मेंहदियाँ पेश की गई। प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा में मेंहदियां पेश करने की शुरुआत कमेटी के जनरल सेक्रेटरी व शहर क़ाज़ी हज़रत क़ाज़ी सैय्यद शाहनियाज़ अली द्वारा शाम 05:20 बजे विधिवत व परंपरागत रूप से सर्वप्रथम मेहंदी पेश करके की गई तदोपरांत कार्यक्रम विधिवत रूप से प्रारंभ हुआ। प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर में हजारों की संख्या में अकीदतमंदों का हुजूम उमड़ा हुआ था। जहां कमेटी प्रबंधक सैय्यद रज़ा अली, उपाध्यक्ष सैय्यद असद अली वारसी व ज्वाइंट सेक्रेटरी सैय्यद शाहफराज़ अली के नेतृत्व में जनपद के समस्त अकीदतमंद महिलाओं, बच्चों व बुजुर्गों द्वारा श्रद्धा पूर्वक मेंहदियां पेश की जा रही थीं। मेंहदियां पेश करने के बाद जायरीन प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा के खास हुजरे में लगे हुए मुगलकालीन अष्टधातुओं से निर्मित अलमो की जियारत कर रहे खुदा से दुआएं और मन्नतें मांग रहे थे। हजारों की भीड़ को नियंत्रित करने के किए शाही बड़ा इमामबाड़ा कमेटी द्वारा वैलिंटियर्स तैनात किए गए थे। जो
कार्यक्रम संयोजक दिलशाद अली राजू और सह संयोजक खालिद जमाल सिद्दीकी की देखरेख में अपनी सेवाएं दे रहे थे।
शाही बड़ा इमामबाड़ा में सैय्यद शाहकार अली और साजिद जफर के नेतृत्व में तबर्रुकात तक्सीम (लंगर वितरण) का कार्यक्रम किया गया। शाही बड़ा इमामबाड़ा व आस पास का इलाका रोशनी से जगमगा रहा था। जहा मुहर्रम इंतजामिया कमेटी अध्यक्ष मुहम्मद उमर फारूक, कमेटी के सचिव अखलाक खान, मेहरोज़ अख्तर, जमशेद अली शाही बड़ा इमामबाड़ा में व्यवस्थाओं को संभाले हुए थे। देर रात्रि तक चलने वाले इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जायरीनों की आवाजाही रही। वहीं शहर के अन्य ताज़ियादारों व अलमदारों का मेहंदी का जुलूस रात 8 बजे वैश्य ग्लास नलबंदान से शुरू होकर अपने विभिन्न रास्तों से होता हुआ रात लगभग 11:00 बजे प्राचीन शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर पोहंचा, जहां शहर क़ाज़ी सैय्यद शाहनियाज़ अली, कमेटी अध्यक्ष सैय्यद मुसर्रत अली, प्रबंधक सैय्यद रज़ा अली, उपाध्यक्ष सैय्यद जावेद अली, सैय्यद नवेद अली, कार्यक्रम संयोजक दिलशाद अली राजू और सह संयोजक खालिद जमाल सिद्दीकी, मुहर्रम इंतजामिया कमेटी अध्यक्ष मुहम्मद उमर फारूक व पदाधिकारियों द्वारा सभी का स्वागत कर मेंहदी के जुलूस का समापन कराया जाएगा। इस दौरान शाही बड़ा इमामबाड़ा में जावेद अली, असद अली वारसी, शाहफराज अली, अखलाक खान, महरोज अख्तर, अनवर ज़िया, साजिद जफर, कमर ज़िया, जफर आलम, शाहकार अली, मेहमूद वारसी, सैय्यद अहमद अली, शाहरूख अली, फुरकान अली, वसीम अहमद, कमर आलम साबरी, रिहान आलम, सूफियान आलम, मोहसिम आलम, न्यू जनता फाउंडेशन के अध्यक्ष नाजिम अली, फारूक सिद्दीकी, पार्षद प्रतिनिधि शहजैब हसन सेफू, सैय्यद नौशाद अली, नदीम खान मुन्ना भाई, मुईन खान, शैफिल खान आदि मौजूद रहे।
शहर क़ाज़ी ने जाहिर की सख्त नाराज़गी –
शहर काजी सैय्यद शाहनियाज़ अली ने कहा की नगर निगम प्रशासन द्वारा व्यवस्थाओं के नाम पर मात्र खानापूरी की जा रही है। शाही बड़ा इमामबाड़ा में कार्यक्रम स्थल पर मरम्मत व पेच वर्किंग का कार्य तक नहीं किया गया। बुधवार को हुए बारिश के कारण शाही बड़ा इमामबाड़ा परिसर में जलभराव की समस्या बन गई, जिस कारण शाही बड़ा इमामबाड़ा में आने वाले जायरीनों को समस्या का सामना करना पड़ा। शुक्रवार को होने वाला कार्यक्रम स्थल (पवित्र चबूतरा) क्षतिग्रस्त स्थिति में है, परंतु नगर निगम प्रशासन ने अभी तक कोई सुध नहीं ली है। नगर निगम प्रशासन द्वारा गैर कार्यक्रम क्षेत्रों पर कार्य कराया जा रहा है परंतु मोहर्रम कार्यक्रम का मुख्य केंद्र शाही बड़ा इमामबाड़ा की अनदेखी की जा रही है। शहर काजी ने जिला प्रशासन व नगर निगम प्रशासन से शाही बड़ा इमामबाड़ा में व्याप्त अव्यवस्थाओं का निस्तारण किए जाने का अनुरोध किया है।