संवाद। नूरूल इस्लाम
सहावर।मोहर्रम की छह तारीख को विकास खंड सहावर के गांव कनोई में अलम चौकी पर रखे गए चांद की सात तारीख को अलम की जियारत के बाद जुलूस निकाला गया।जुलूस पूरे गांव में निकाला गया इस मौके पर शर्बत मलीदा और तबर्रुक लोगों को तकसीम किए गए। अलम के या हुसैन या हुसैन कहते हुए जुलूस के साथ जा रहे थे गांव के मुशर्रफ सैफी ने कहा कि हजरत इमाम हुसैन ने अपनी शहादत से पहले बादशाह यजीद से हिंदुस्तान जाने की ख्वाहिश जाहिर की। हजरत इमाम जानते थे कि हिंदुस्तान अमन पसंद लोगों का देश है। या हुसैन याद में अखाड़े में शराफत अली और प्यारे मियां ने करतब दिखाए उस समय काफी भीड़ मोजूद रही। आलम के साथ मोहम्मद असलम, मोहम्मद आसिफ, मोहम्मद अच्छन,आदिल खान मुशर्रफ शब्बू, नसीर अहमद, गुलाम हुसैन , फहीमुल हसन ,मोहम्मद कादिर ,अजीम भाई, शराफत अली, प्यारे मियां आदि मोजूद रहे।