राजस्थान

मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष एम डी चोपदार ने ख़्वाजा साहब की दरगाह में जियारत की


संवाद। मो नज़ीर क़ादरी

अज़मेर । मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष एम डी चोपदार अजमेर पहुँचे सर्किट हाउस में रुके वहाँ पर कोगेसी कार्यकर्ता मौजूद थे इसके बाद विश्व प्रसिद्ध महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में मखमली चादर और फूल पेश किए जियारत के बाद मीडिया से बातचीत में बताया कि
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने 2023 के बजट में 500 स्मार्ट क्लासेस राजस्थान मदरसा बोर्ड को दिए अपने पिछले बजट में भी 500 स्मार्ट क्लास मदरसो को दी थी डेवलपमेंट के लिए ₹( 580000000 )
अठावन करोड़ दिए मैं खुद भी यह कोशिश कर रहा हूं जी जितनी भी योजनाएं माननीय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने हमें दी है वह सभी योजनाएं मदरसों तक पहुंचे बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें क्योंकि राजस्थान में मदरसा बोर्ड में पढ़ने वाले सभी विद्यार्थीओ का राजस्थान शिक्षा विभाग सिलेबस है जितने भी बच्चे मदरसा बोर्ड में पढ़ रहे हैं पढ़ाई का माहौल बनेगा ,पढ़ाई स्ट्रक्चर बनेगा ,अबकी बार राजस्थान सरकार ने मदरसा बोर्ड के बच्चों को ड्रेस कोड उपलब्ध कराई है शीघ्र ही बच्चों को ड्रेस भी हम देगे

हमने प्रत्येक जिले में तीन मॉडल मदरसे इंग्लिश मीडियम मदरसा राजस्थान में 33 जिलों में 100 मॉडल मदरसे बनाने का विचार कर रहे है जिसमे अच्छी बिल्डिंग में हो अच्छी व्यवस्था हो सच्ची शिक्षा हो उनकी एक कमेटी भी हो इसका मॉडल बनाने का प्रयास कर रहे हैं

राजस्थान में मदरसे में 3700 से भी ज्यादा हैं 225000 से ज्यादा विद्यार्थी पढ़ाई कर रहे हैं

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत जी ने मदरसा बोर्ड के पैरा टीचर्स का नाम बदला शिक्षा अनुदेशक उनकी सैलरी 12000 से 17000 करने कार्रवाई चल रही है साथ ही नियमित की कार्रवाई भी चल रही है राज्यपाल महोदय के यहां से संविदा कर्मचारियों के लिए बजट पास हो गया उम्मीद करते हैं इसमें भी कोई रियायत हो हम तो सदैव ही इनके लिए लड़े और आगे लड़ते रहेंगे

राजस्थान के मदरसे कम से कम दसवीं क्लास तक के हो यह हमारा प्रयास चल रहा है मेरे द्वारा राजस्थान के अकलियत के सभी विधायकों से लेटर माननीय मुख्यमंत्री जी को भेजा अल्पसंख्यक विभाग के मंत्री साले मोहम्मद जी का बहुत ही सराहनीय प्रयास है मैं खुद राजस्थान मदरसा बोर्ड के चेयरमैन की जिम्मेदारी से इस काम में लगा हुआ हूं मुझे उम्मीद है राजस्थान में जब मदरसों में दसवीं तक हो जाएंगे तो माइनॉरिटी में शिक्षा का स्तर काफी बेहतर हो जाएगा। राजस्थान में कम से कम 1500 से ज्यादा मदसरे ऐसे है जिनको तुरंत ही दसवीं क्लास उसमें कर सकते हैं कोई दिक्कत नहीं आएगी माननीय मुख्यमंत्री द्वारा राजस्थान के हर जिले में अल्पसंख्यक छात्र छात्रावास के लिए लड़का लड़की दोनों के लिए पंद्रह ₹( 150000000) पन्द्रह करोड़ स्वीकृत की है 2 दिन पहले ही 120 करोड रुपए स्वीकृत हुए हैं

1000 स्मार्ट क्लास की तैयारियां हमने शुरू कर दी है जिसमें से 500 स्मार्ट क्लास की तारीख भी 6 अगस्त तक निर्धारित कर रखी है राजस्थान के स्मार्ट मदरसों में किला से शुरू हो जाएगी 500 साल के लड़के जो वित्तीय वर्ष की है हम उम्मीद करते हैं 30 सितंबर से पहले पहले लगा देंगे । यह जो स्मार्ट क्लास है बहुत ही जबरदस्त स्मार्ट क्लास है आप कल्पना कर सकते हैं कि हमारी सरकार द्वारा उनको ट्रेनिंग सिस्टम के रखा है जो भी स्मार्ट क्लास लगाकर जाएगा वह बच्चों को ट्रेनिंग भी कर आएगा