संवाद। नूरूल इस्लाम
कासगंज। कस्बा सहावर में आज 29 जुलाई को मुहर्रम मनाए जाएंगे। कस्बे में खूबसूरती की वजह से यहां के ताजिए मशहूर रहे हैं। बड़ी दूर दूर से लोग देखने के लिए आते थे।
ताजिए चांद की 9 तारीख को शाम को अपने मुकर्रर स्थान पर रखे गए चांद की दस तारीख 29 जुलाई को दोपहर के बाद कस्बा सहावर में पांच ताजियों का जुलूस मातमी धुन के साथ अपने अपने मोहल्ले से निकाले जाते हैं कस्बे के पांचों ताजिए मोहल्ला काजी इमाम बाड़ा में रात को इकट्ठे होकर कस्बे के निर्धारित स्थानों से गश्त करने के लिए निकल जाते हैं और अगली सुबह कर्बला में सुपुर्दे खाक किए जाते हैं।जिसमें मोहल्ला अंसारीयान, मोहल्ला कुरेशीयान, मोहल्ला मुगल,मोहल्ला काजी,मोहल्ला झंडा पीर के ताज़िए मोजूद होते हैं कस्बा सहावर निवासी ताजिया बनाने वाले मशहूर कारीगर उस्मान अहमद व जावेद अहमद टेलर लगभग 48 साल से ताजिये बना रहे हैं। उन्होंने बताया पहले हम ताजिए तीन हिस्सों में बनाते थे और ऊंचाई भी काफी होती थी अब एक हिस्से में ही ताजिए को बनाया जाता है ताजियों का दीदार कर लोग फातिहा लगवाते हैं।