उत्तर प्रदेश

एमईएस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने पर आगरा शाखा ने किया जीएस मागो का स्वागत सम्मान

1971 भारत− पाक युद्ध में महत्वपूर्ण सेवाएं दे चुके हैं जीएस मागो

राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ाया आगरा का मान, संगठन के अधिकारों के लिए उठाएंगे आवाज

आगरा। 1971 का भारत− पाकिस्तान युद्ध का वो समय जब पड़ोसी देश लगातार बमबारी कर रहा था। बमबारी के कारण आगरा खेरिया एयरफील्ड क्षतिग्रस्त हो गयी। अल्प साधनों के उस दौर में भी मात्र एक रात में उस रनवे का पुनः निर्माण जीएस मागो के मार्गदर्शन में हो सका। यह ताे बस बानगी भर है। देशसेवा के लिए कई बार आगरा का मान बढ़ाने वाले जीएस मागो ने एक बार फिर शहर का सिर उंचा किया है। मिल्ट्री इंजीनियरिंग सर्विसेज के राष्ट्रीय पद पर निर्वाचित होने पर आगरा शाखा द्वारा जीएस मागो का स्वागत सम्मान किया गया।
रविवार को फतेहाबाद रोड स्थित होटल करन विलास में आयोजित स्वागत समारोह में शाखा सदस्याें ने पुष्पमाला पहनाकर राष्ट्रीय अध्यक्ष का भव्य स्वागत किया। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि एमईएसबीएआई 1974 से संचालित है। लेह से कन्याकुमारी तक और भुज से अरुणाचल प्रदेश तक संगठन की 74 शाखाएं फैली हुई हैं। पोर्ट ब्लेयर में भी अब शाखा संचालित है। करीब साढ़े नौ हजार संस्था के सदस्य हैं। सभी शाखाओं तक रक्षा विभाग की योजनाओं का लाभ पहुंच सके, उनक समस्याओं का समाधान हो सके और उनके अधिकारों को उन तक पहुंचाया जा सके,इ इस दिशा में कार्य किया जाएगा। कार्यकारिणी सदस्य विनीत गुप्ता ने कहा कि एमईएस द्वारा तीनों सेनाओं के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाता है। इसमें भवन से लेकर मरीन तक शामिल रहते हैं। चैयरमैन सीएम सक्सेना ने बताया कि रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राष्ट्रीय अध्यक्ष चुने जाने पर जीएस मागो का सम्मान किया है। पूरे देश से चुनकर गए 473 कार्यकारिणी सदस्याें ने राष्ट्रीय अध्यक्ष को चुना था। स्वागत समारोह में सचिव अशोक उपाध्याय, विनीत गुप्ता, जेएस यादव, अरुण सिकरवार, जेजे सिंह, आनंद कोहली, दिनेश अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।