जीवन शैली

देखाेरी हरि भोजन खात, सहस्त्र भुजा धर उत जेमत हे इत गोपनसों करत हे बात…

प्राचीन पुष्टिमार्गीय श्री प्रेमनिधि मंदिर में हुआ गोवर्धन पूजा मनोरथ

आगरा। लाल− पीले फूलों और स्वर्ण आभूषणाें से सुशाेभित ठाकुर श्री श्याम बिहारी जी और संग में गोवर्धन पर्वत धारी गिर्राज जी महाराज की छवि मनोहारी। भक्त जय जयकार लगा रहे थे पूछरी के लौटा और मानसी गंगा हर गंगे गोवर्धन की जय बोलो। अद्भुत दृश्य, भक्तों का भव्य समागम।
कटरा हाथी शाह, नाई की मंडी स्थित प्राचीन पुष्टिमार्गीय श्री प्रेमनिधि मंदिर में पुरुषाेत्तम मास के अवसर पर चल रहे मनोरथ उत्सव में गोवर्धन पूजन उत्सव आयोजित किया गया। चरण सेवक पंडित महेश पचौरी थे। गोवर्धन मनोरथ के अन्तर्गत गणेश जी, यमराज एवं यमदूत, श्री यमुना जी और सृष्टि के सृजनकारी श्री चित्रगुप्त जी का पूजन किया गया। गौधन से गिरिराज जी कर प्रतिमा बनाकर अन्न का पर्वत अर्पित किया गया। भक्तों ने गिरिराज जी सात परिक्रमा लगायीं। प्रभु चरणाें में राजभाेग, सब्जियां, कढ़ी चावल, बाजरा, रोटी, पुआ खीर, माखन− मिश्री आदि अर्पित किये गए। भक्तों ने गोवर्धन पूजन पद गायन पर भाव विभाेर हो नृत्य किया। इस अवसर पर मुख्य सेवायत पंडित हरिमोन गोस्वामी, पंडित सुनीत गोस्वामी, पंडित दिनेश दीक्षित, पंडित आशीष बल्लभ पचौरी आदि उपस्थित रहे।