राजस्थान

पत्रकार संघर्ष समिति के प्रतिनिधिगण जिला पुलिस अधीक्षक को पत्रकारों के विरुद्ध हुई घटना की जानकारी देकर ज्ञापन सौंपते हुए

संवाद – मो नजीर क़ादरी

अजमेर। नगर के सभी मीडिया संस्थानों से जुड़े पत्रकारों ने आज जिला कलक्टर, पुलिस महा निरीक्षक एवं जिला पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन देकर अजमेर के कुछ पत्रकारों के साथ हुई मारपीट की घटना की निष्पक्ष जांच कराने की मांग की तथा जिला कलक्टर के माध्यम से राज्य सरकार को एक ज्ञापन प्रेषित कर पत्रकार सुरक्षा कानून शीघ्रतिशीघ्र लागू कराने की मांग रखी।
ज्ञातव्य है गत दिनों नगर के तीन पत्रकारों क्रमश: आनंद शर्मा, अकलेश जैन व स्वतंत्र पत्रकार संतोष गुप्ता के साथ कई लोगों ने समूह बद्ध होकर मारपीट की जिनमें कई वकील व बार एसोसिएशन के पदाधिकारी भी शामिल थे।पत्रकारों के साथ हुई मारपीट व इकतरफा कार्रवाई से रुष्ट सभी मीडिया कर्मियों ने पत्रकार संघर्ष समिति का गठन कर तब तक आंदोलन करने का निर्णय लिया था जब तक निष्पक्ष एवं न्यायपूर्ण कार्रवाई नहीं हो जाती। पत्रकारों द्वारा गठित संयुक्त संघर्ष समिति में अजमेर के सभी प्रमुख प्रिन्ट मीडिया संस्थान, इलैक्ट्रोनिक मीडिया व वैब मीडिया के प्रतिनिधि शामिल हैं। संघर्ष समिति द्वारा पिछले दिनों के दौरान की गई निरन्तर बैठकों में कहा गया कि हमारा आन्दोलन किसी भी व्यावसायिक संगठन के विरुद्ध नहीं है। हम यह भी मानते हैं कि अजमेर बार एसोसिएशन का एक गरिमामयी इतिहास है तथा यहां के वरिष्ठ वकीलों नें हर बौद्धिक एवं नागरिक आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभायी है मगर बार के कुछ युवा सदस्यों नें कानून हाथ में लेकर तथा दो पड़ौसियों के झगड़े में पार्टी बन कर बार की गरिमा को ठेस पहुंचाई है। समिति द्वारा यह आशा प्रकट की गई है कि बार स्वयं गरिमा एवं सद्भाव के विपरीत किये गये किसी भी कृत्य की भर्त्सना करेगी।
समिति द्वारा चेतावनी दी गई है कि यदि दोषी व्यक्तियों के विरुद्ध तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की गई तो पत्रकार इस बात को पूरे प्रदेश एवं देश में पहुंचायेंगे एवं आम जनता के बीच जाकर व्यावसायिक विशेषाधिकारों के दुरुपयोग का विरोध भी करेंगे