उत्तर प्रदेश

महाशिवपुराण कथा से पूर्व माथुर वैश्य महिलाओं की अनूठी पहल, पौधारोपण संकल्प आरंभ

माथुर वैश्य केंद्रीय महिला मंडल ने लिया है 3100 पौधारोपण का संकल्प
सात अगस्त से आरंभ आयोजित की जा रही है महाशिवपुराण कथा

आगरा। सावन का पावन महीना, देवाधिदेव महादेव की आराधना का समय। ये संयोग बनाता है प्रकृति संरक्षण का अनूठा योग। इस योग को सार्थक करने के ध्येय के साथ माथुर वैश्य केंद्रीय महिला मंडल ने आदर्श संकल्प लेकर उसे पूर्ण करना आरंभ किया। 3100 पौधारोपण की श्रंखला का आरंभ पचकुइयां स्थित जीआईसी मैदान और दयालबाग में पौधे रोपित कर किया गया।
शुक्रवार को माथुर वैश्य महिला मंडल द्वारा पचकुइयां स्थित जीआईसी मैदान और दयालबाग क्षेत्र में अर्जुन के औषधिय पौधे राेपित किये गए। माथुर वैश्य केंद्रीय महिला मंडल अध्यक्ष दीपिका डॉ प्रवीन गुप्ता ने कहा कि सात अगस्त से पर्यावण संरक्षण को समर्पित महाशिवपुराण कथा आयोजित की जा रही है। आयोजन पूर्ण रूप से प्लास्टिक− पॉलिथिन मुक्त होगा। पत्तल, कुल्हड, घड़े, कपड़े के थैले का प्रयोग और प्रवेश कथा स्थल पर किया जाएगा। इसी संदेश को सार्थक रूप देने के लिए 3100 पौधे रोपित करने का संकल्प संस्था ने लिया है। कथा व्यास पंडित श्याम सुंदर पाठक होंगे। पौधारोपण के अवसर पर ललितेश, रश्मि, चंच, नीलम, भारती, पारुल, नीलम भूपेंद्र, संगीता बृजेंद्र, नविता, शशि, सिंधु, प्रीति, अनिता, पद्मा, उपमा आदि उपस्थित रहीं।

कथा में जुटेंगी 500 से अधिक महिलाएं
केंद्रीय उपमंत्रणी रीता और सांस्कृतिक मंत्राणी रूपम ने बताया कि महाशिवपुराण कथा में देशभर के 160 माथुर वैश्य महिला मंडलों से 500 से अधिक महिलाएं भाग लेंगी। कलश यात्रा में 350 से अधिक महिलाएं कलश लेकर चलेंगी। कलश यात्रा 7 अगस्त को सुबह आठ बजे से आटे वाली बगीची पचकुइयां से माथुर वैश्य सभा भवन तक निकाली जाएगी। आयोजन में प्रतिदिन सुबह 10 बजे यजमान पूजन, दोपहर 2 बजे से 3 बजे के मध्य ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी, दोपहर 3 बजे से सायं 6 बजे तक कथा प्रसंग, इसके बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम, सम्मान समारोह एवं आरती− प्रसादी होंगे।