जीवन शैली

सोच बदलें–ज़िन्दगी बदल जाएगी – मुहम्मद इक़बाल

आगरा। सिकन्दरा स्थित नहर वाली मस्जिद के ख़तीब व इमाम जुमा मुहम्मद इक़बाल ने ख़ुत्बा ए जुमा में अवाम को ख़िताब करते हुए कहा कि आज के जुमा के ख़ुत्बे में अपनी सोच के बारे में बात करेंगे। अगर हम अपनी सोच को ठीक कर लें या इसको बदल दें तो ज़िन्दगी बदल जाएगी। हम कभी भी नेगेटिव न सोचें, हमेशा पाॅज़िटिव ही सोचें इससे ज़िन्दगी में बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है और मायूसी भी ख़त्म हो सकती है। इस फाॅर्मूले को ज़रूर आज़माएं। और अल्लाह ने भी क़ुरआन में इसी फाॅर्मूले को इस तरह समझाया है– सूरह इब्राहीम आयत नम्बर 52 : “ये क़ुरआन सारे लोगों के लिए ख़बर देने वाला है कि इसके ज़रिए से वो होशियार कर दिए जाएं और अच्छे से मालूम कर लें कि अल्लाह एक माबूद है, ताकि अक़्लमंद लोग सोच समझ लें।” ये वो कामयाब फाॅर्मूला है कि ज़िन्दगी में बहुत बड़ा बदलाव आ सकता है। बहुत सी मिसालें मिल जाएंगी, एक नौजवान जो एक बड़ी कम्पनी में अच्छी पोस्ट पर था और ठीक-ठाक सैलेरी थी और इसको हर वक़्त ये फ़िक्र लगी रहती थी कि कहीं मेरी जाॅब न चली जाए। दिन-रात वो इसी फ़िक्र में रहता था। एक अल्लाह के बन्दे ने इसको कहा कि आप अपनी सोच बदलें, इसको पाॅज़िटिव करें और ये समझ लें “कि कोई भी शख़्स आपकी जाॅब को तो छीन सकता है लेकिन वो कभी भी आपकी क़िस्मत को नहीं छीन सकता।” नौजवान ने इस फ़ाॅर्मूले को पकड़ लिया और वो अब आराम से अपनी जाॅब कर रहा है। इसी तरह एक ख़ातून ने अपने शौहर का मसला बयान किया कि वो बहुत सख़्त हैं, जिसकी वजह से मैं बहुत परेशान हूँ। मुझे क्या करना चाहिए ? इनको बताया कि ये कोई मसला है ही नहीं आप सिर्फ़ अपनी सोच को बदलें कि एक मर्द को हक़ीक़त में सख़्त ही होना चाहिए और मेरे शौहर एक मज़बूत इरादा रखने वाले शौहर हैं, वो किसी भी चैलेंज का सामना करने के लिए एक कामयाब इंसान हैं। अब ये सोच पाॅज़िटिव हो गई, मसला ख़त्म। इसी तरह आपको अपने आस-पास बहुत सी मिसालें मिल जाएंगी। क़ुरआन की सूरह नम्बर 39 की आयत नम्बर 27 में अल्लाह ने साफ़-साफ़ बता भी दिया– “हक़ीक़त ये है कि हमनें इस क़ुरआन में लोगों के लिए हर तरह की मिसालें बयान की हैं ताकि लोग सबक़ हासिल करें।” अल्लाह हमें सही सूझ-बूझ और पाॅज़िटिव सोच की तौफ़ीक़ अता फ़रमाए। आमीन।