संवाद।शोएब कादरी
एटा जनपद में इफको द्वारा विकास खंड सकीट सभागार में नैनो उर्वरक आधारित कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में उपस्थित कृषि विज्ञान केंद्र अवागढ़ के मृदा वैज्ञानिक डॉ वीरेंद्र सिंह ने किसानो को नैनो उर्वरक से होने वाले लाभ के विषय में बताया। उन्होंने कहा कि नैनो उर्वरक के प्रयोग से किसान फसल उत्पादन के लागत को आधी कर सकते है। इससे मृदा,जल अथवा वायु को किसी प्रकार का प्रदूषण नही होता। इफको के क्षेत्र प्रतिनिधि दीपक कुमार ने कहा कि इफको द्वारा विश्व का सर्वप्रथम नैनो उर्वरक बनाया गया जो 25 से अधिक देशों को निर्यात किया जा रहा है। उन्होंने आगे कहा कि पर्यावरण अनुकूल खेती के लिए नैनो उर्वरक बहुत आवश्यक है और यह दानेदार उर्वरक से सस्ता है अत: यह किसान की लागत को कम करने एवं आय को दुगना करने में बहुत मददगार साबित होगा। कार्यक्रम में उपस्थित अपर जिला सहकारी अधिकारी श्यामलाल मौर्य ने सहकारी समितियों के सचिवों को नैनो उर्वरक के प्रसार की ओर ध्यान देने का निर्देश दिए। उन्होनें कहा कि नैनो उर्वरक भविष्य में कृषि क्षेत्र को बदलने वाला है और किसानो को इसे अपनाना चाहिए। कार्यक्रम में ब्लॉक प्रमुख विक्रांत यादव,अपर जिला सहकारी अधिकारी विमल कुमार, खंड विकास अधिकारी सकीट फैसल आलम के अतिरिक्त बी-पैक्स सोन्हार के अध्यक्ष वीर बहादुर सिंह, समिति के सचिव नीरज कुमार, बी पैक्स आसपुर मलावन के सचिव अजंट सिंह, दलपुर मलावन से ब्रह्म सिंह,सकीट से दिलीप कुमार, इशारा पश्चिम से कुलदीप कुमार के अतिरिक्त योगेंद्र पाल सिंह, वीरपाल सिंह, अवधेश कुमार, रामनरेश आदि किसान उपस्थित रहे।