प्रयागराज। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने शनिवार को वाराणसी में ज्ञानवापी मस्जिद में अपना वैज्ञानिक सर्वेक्षण कार्य फिर से शुरू कर दिया। हिंदू पक्ष के वकील सुधीर त्रिपाठी ने ज्ञानवापी मस्जिद में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा किए जा रहे सर्वेक्षण पर अपडेट साझा किया है। उन्होंने कहा कि मलबे में मूर्तियां नहीं बल्कि खंडित मूर्तियों के अवशेष मिले हैं और हमें उम्मीद है कि मूर्तियां बरामद हो जाएंगी। सर्वे में 2 फ़ीट का त्रिशूल मिलने की बात भी कही जा रही है। 5 कलश भी मिले हैं। उन्होंने कहा कि सर्वेक्षण वुज़ू खाना (प्रक्षालन क्षेत्र) और उस स्थान पर अधिक केंद्रित है जहां मुस्लिम प्रार्थना करते हैं।
यह निर्धारित करने के लिए शनिवार को वैज्ञानिक सर्वेक्षण फिर से शुरू हुआ कि क्या 17वीं सदी की मस्जिद का निर्माण हिंदू मंदिर की पहले से मौजूद संरचना के ऊपर किया गया था। एएसआई टीम ने दोपहर के आसपास सर्वेक्षण रोक दिया, जिससे मुसलमानों को मस्जिद में नमाज अदा करने की अनुमति मिल गई और दोपहर 2:30 बजे इसे फिर से शुरू किया गया। दिन भर चलने वाला सर्वेक्षण शाम 5 बजे समाप्त हो गया है। वाराणसी अदालत ने एएसआई को 2 सितंबर तक सर्वेक्षण पर रिपोर्ट सौंपने को कहा। सरकारी वकील ने पहले एक आवेदन दायर कर अदालत से सर्वेक्षण पूरा करने और रिपोर्ट जमा करने के लिए एएसआई को चार सप्ताह का समय देने का आग्रह किया था।
सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को ज्ञानवापी मस्जिद के एएसआई सर्वेक्षण पर इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, मुस्लिम पक्ष का कहना है कि यह अतीत के घावों को फिर से हरा देगा। हालाँकि, शीर्ष अदालत ने एएसआई टीम से सर्वेक्षण के दौरान कोई आक्रामक तकनीक नहीं अपनाने को कहा।
साभार – प्रभासाक्षी