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मेट्रो स्टेशन के नाम बदलने की मांग पर अड़े अंबेडकर अनुयायियों को किया नज़रबंद छावनी विधायक का घर घेराव था कार्यक्रम

आगरा।  डॉ. आंबेडकर अनुयायी एकता फाउंडेशन के नेतृत्व में बिजलीघर मेट्रो स्टेशन का नाम डॉ. आंबेडकर अंबेडकर के नाम पर रखने की मांग लगातार फाउंडेशन के द्वारा शासन और प्रशासन से की जा रही है। रविवार को फाउंडेशन के सदस्य और अंबेडकर अनुयायी द्वारा अंबेडकर पार्क में लगी बाबा साहब की प्रतिमा पर माल्यार्पण के बाद छावनी विधायक के घर का घेराव करने का कार्यक्रम तय था। बताते चलें कि बिजलीघर चौराहा पर बनने वाले स्टेशन का नाम डॉ आंबेडकर चौक कराने की मांग लगातार की जा रही है। कार्यक्रम को सफल बनाने में फाउंडेशन के पधाधिकारी और क्षेत्रिय लोग सुबह आंबेडकर अनुयायियों को जुटाने के लिए संपर्क कर रहे थे।

इसी बीच रात करीब 10 बजे अध्यक्ष आशीष प्रिंस, संयोजक एसबी दिनकर, संगठन मंत्री राहुल वरुण, और सदस्य वीरेंद्र को पुलिस ने नजरबंद कर लिया। बिजलीघर चौराहा पर लोगों को न जुटने देने के लिए लगभग 400 पीएसी के जवान तैनात कर दिए गए। समर्थन में कई संगठन के पदाधिकारी लोगों के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहुंच रहे थे। लेकिन अधिक संख्या में मौजूद पीएसी के जवानों के एक जुट नहीं होने दिया। साथ ही काजीपाडा कन्या पाठशाला स्कूल पर भी फोर्स तैनात कर दिया गया।

इस बारे में बताते हुए अध्यक्ष आशीष प्रिंस का कहना है कि हम तथ्यों के आधार पर संबिधान निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के नाम पर मेट्रो स्टेशन का नामकरण किए जाने की मांग कर रहे हैं। क्योंकि डॉ. आंबेडकर पार्क के ठीक सामने ही स्टेशन बनाया जा रहा है। बाबा साहब की अष्टधातु की प्रतिमा भी स्थापित है। हम तथ्यों के आधार न्यायालय जाएंगे। हमें न्यायालय पर पूर्ण विश्वास है।

संयोजक एसबी दिनकर का कहना है कि छावनी विधायक का विरोध करना था। लेकिन पुलिस ने नजरबंद कर कार्यक्रम निरस्त करा दिया। जल्दी ही प्रेस कांफ्रेंस के माध्यम से विरोध दर्ज कराने का काम करेंगे।

शाहगांज थाने में शैलेंद्र मधुकर को नजरबंद किया गया। सभी को 12 से 1 के बीच में छोड़ दिया गया।