आगरा । प्रदेश भर में वकीलों की जा रहीं हत्याओं के विरोध में आज आगरा में बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सदस्य पद की प्रत्याशी सरोज यादव एडवोकेट के चेम्बर पर एक आपात बैठक और उसके बाद श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गयी।
सरोज यादव एडवोकेट ने कहा कि मौजूदा समय में अधिवक्ता भाइयों की टारगेट करके हत्या की जा रही है और हत्या करने वाले अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस प्रशासन की ओर न तो उतनी गंभीरता और न ही फास्ट एक्शन दिखता है जिसकी कि सख्त आवश्यकता है । उन्होंने कहा कि कुछ समय पूर्व ही फिरोजाबाद उसके बाद हाल ही में सुल्तानपुर और अब अलीगढ जिले के अधिवक्ता भाई की गोली मारकर हत्या निश्चित ही अधिवक्ता समाज को दुख और आक्रोश से भर देने वाली बहुत ही दुखद घटना है । आखिर अपराधी इतने निरंकुश क्यों हैं । प्रदेश में ला एंड आर्डर की स्थिति दिनोंदिन बिगड़ती ही जा रही है । दूसरों को न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता तक आज सुरक्षित नहीं हैं । प्रदेश सरकार को यूपी में बिना बिलंब एडवोकेट प्रोटेक्शन एक्ट लागू करना चाहिए।
वकीलों के हत्यारों के खिलाफ बुलडोजर एक्शन क्यों नहीं
एडवोकेट सरोज यादव ने सवाल उठाया कि आखिर सरकारी बुलडोजर का भय कहा गुम हो गया ? शासन सत्ता सब मौन हैं आखिर क्यों ?
नींद से जागे काउंसिल, आंदोलन का हो आह्वान
उनहोंने कहा कि सबसे अहम सवाल, बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के मठाधीशों की कुंभकर्ण नींद कब खुलेगी ? आखिर प्रदेश स्तरीय हड़ताल का काॅल करते हो और सत्ता की गोदी में बैठकर आंदोलन रीकाॅल करते हो । धिक्कार है बार काउंसिल में बैठकर सत्ता पक्ष के सुर में सुर मिलाने वालों को । वकीलों से वोट लेकर उनकी रहनुमाई का पट्टा तो ले लिया लेकिन वकील के प्रति फर्ज भुला बैठे । जिन घरों ने अपने मुखिया और मां बाप ने अपना लाल खोया है, आज उनका रुदन सुनों। आंख बंद कर अपने दिल से पूछों जिनके वोट पाकर बैठे हो बार काउंसिल की कुर्सी पर, क्या वास्तव में न्याय कर रहे हो या नेताओं के आगे पीछे जी हुजुरी ही तुम्हारा परम कर्तव्य रह गया है ।
अब नहीं तो कब होगा प्रदेश स्तरीय आंदोलन
बार काउंसिल में बैठे लोगों से उन्होंने सवाल पूछा कि सत्ता के चापलूस नहीं हो तो क्यों नहीं प्रदेश स्तरीय कलमबंद हड़ताल का आह्वान करते हो । सवाल करते हुए एडवोकेट यादव ने यूपी बार काउंसिल से पूछा कि और किस दिन का इंतजार कर रहे हो ? अब नहीं तो कब आंदोलन करोगे । चुप्पी तोड़ो , सरकार को सड़क पर आकर चेतावनी दो । वकीलों की हत्या करने वाले सभी हत्यारों की शीघ्र से शीघ्र गिरफ्तार कर रासुका के तहत कार्रवाई, हत्यारों के घरों पर बुलडोजर एक्शन और मृतक अधिवक्ता के परिजनों को कम से कम 50 लाख रुपए की शीघ्र से शीघ्र आर्थिक सहयोग राशि प्रदान करने की पुरजोर मांग उठाई है ।
अधिवक्ताओं को दी विनम्र श्रद्धांजलि
उपस्थित अधिवक्ताओं ने मृतक अधिवक्ता भाइयों के प्रति शोक संवेदना व्यक्त करते हुए श्रद्धांजलि दी । हेमेंद्र शर्मा , बिजेंद्र सिंह , रामहेत सिंह, मनोज कुमार,
यशपाल सिंह यादव, शाइना खान, दिनेश कुमार, मोहम्मद सत्तार, इमरान, मेघ सिंह यादव, रामब्रज यादव, रवि यादव आदि अधिवक्तागण प्रमुख रूप से मौजूद रहे ।