- अभियान के तीन चरणों में शून्य से पांच साल तक के बच्चों को 11 जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए किया जाएगा टीकाकरण
- सघन मिशन इंद्र धनुष टीकाकरण अभियान के संबंध में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आयोजित हुई मीडिया संवेदीकरण कार्याशाला
आगरा। जिले में सात अगस्त से सघन मिशन इंद्रधनुष- 5.0प्रारंभ हो चुका है। इस दौरान सभी लोग अपने शून्य से पांच साल तक के बच्चों का टीकाकरण अवश्य कराएं, ताकि बच्चे का गंभीर 11 बीमारियों से बचाव हो सके। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने आमजन से यह अपील बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आयोजित मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला में की।
सीएमओ ने कहा कि अभियान तीन चरणों में चलाया जाएगा। पहला चरण सात से 12 अगस्त तक, द्वितीय चरण 11 से 16 सितम्बर तक और तृतीय चरण नौ से 14 अक्टूबर तक चलेगा। मिशन इंद्र धनुष के दौरान बच्चों को 11 जानलेवा बीमारियों से बचाव के लिए टीकाकरण किया जाएगा। आईएमआई 5.0 को सफल बनाने के लिए हेड काउंट सर्वे के साथ विभाग की पूरी तैयारी है। इस दौरान टीकाकरण से छूटी हुई गर्भवती का भी टीकाकरण किया जाएगा।
गर्भवती को लगेंगे टीडी के टीके
सघन मिशन इंद्र धनुष टीकाकरण अभियान में शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को नियमित टीके और गर्भवती कोटिटनेस एंड एडल्ट डिप्थीरिया (टीडी) के टीके लगाए जाएंगे। बच्चे को जन्म के तुरंत बाद या 24 घंटे के अंदर बीसीजी,ओपीवी और हेपेटाइटिस से बचाव के लिए टीके लगाए जाते हैं और किसी कारणवश टीका नहीं लग पाता है तो ओपीवी कीपहली खुराक एक माह तक दी जा सकती है। बीसीजी का टीका एक साल के अंदर लगवाया जा सकता है। ओपीवी, पेंटा,रोटावायरस, पीसीवी, आईपीवी, के टीके डेढ़ माह, ढाई माह, और साढ़े तीन माह में लगते है। एमआर व विटामिन ए कीखुराक जन्म के नौ माह पर दी जाती है।
सीएमओ ने बताया कि बीसीजी का टीका क्षय रोग, हेपेटाइटिस बी, पोलियो, निमोनिया,काली खांसी गलघोंटू, खसरा और रतौंधी की बीमारी से बचाता है। बच्चों को समय से टीके लगवाने चाहिए, जिससे बच्चों में रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित हो सके। अभिभावकों की मातृ शिशु सुरक्षा (एनसीपी) कार्ड संभाल कर रखना चाहिए। कार्ड में बच्चे को लगाए गए टीकों का विवरण होता है। उन्होंने ने बताया कि माइक्रोप्लान के अनुसार ही मोबाइल टीम ईंट भों, बस्तियों, निर्माणाधीन स्थल पर जाकर टीकाकरण करेंगी।
मीडिया संवेदीकरण कार्यशाला में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. पीके शर्मा, यूनिसेफ के डीएमसी राहुल कुलश्रेष्ठ, डॉ. सलोनी, स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी पंकज जायसवाल उपस्थित रहे।