20 राज्यों से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं को भागवत कथा संग मिल रहा पुण्यदायी संतों का पावन सान्निध्य
कलश यात्रा से मंगलमयी हुईं रुक्मणि विहार और चैतन्य विहार की राहें
केशव धाम के सामने चैतन्य विहार के मैदान में विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट का आठ दिवसीय दिव्य धार्मिक आयोजन हुआ शुरू.
वृंदावन।विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट, हरिद्वार द्वारा केशव धाम के सामने चैतन्य विहार के मैदान में शुक्रवार को आठ दिवसीय दिव्य धार्मिक आयोजन का शुभारंभ किया गया। दिव्य संतों के पावन सान्निध्य में 20 राज्यों से आए सैकड़ों श्रद्धालुओं ने पूर्वाह्न को भव्य मंगल कलश यात्रा का भाव विभोर होकर आनंद लिया, वहीं शाम को पूज्य राष्ट्रीय संत स्वामी चिन्मयानंद बापू जी के मुखारविंद से श्रीमद् भागवत कथा के महात्म्य का रसपान किया।
श्रीमद्भागवत कथा के प्रथम दिवस में परम पूज्य संत श्री चिन्मयानंद बापू जी ने कहा कि श्रीमद् भागवत भगवान श्री कृष्ण का वांगमय स्वरूप है। भागवत कथा ही एकमात्र ऐसी कथा है जिसके अंदर जीवित व्यक्ति के साथ साथ मरे हुए व्यक्ति को भी मुक्त करने का सामर्थ्य है। कोई भी व्यक्ति जीवन भर कितने भी गलत कार्यों में लिप्त रहा हो, ऐसे व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात यदि उसके नाम से श्रीमद्भागवत कथा करवा दी जाए तो वह भी मुक्त हो जाता है।श्री बापू जी ने कहा कि भागवत कथा के अंदर गोकर्ण धुंधकारी संवाद में हमें यही बताया गया कि जीवन भर धुंधकारी ने पाप किया और बाद में गोकर्ण ऋषि ने उनके नाम से श्रीमद् भागवत कथा का गान किया और वह मुक्त हुए।
बापूजी ने कहा कि जहां पर भागवत कथा होती है, वहां पर उस दौरान सारे तीर्थ, सारी नदियां और सारे देवता विचरण करते हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत कथा कल्पतरु की तरह है जिसकी शरण में बैठने पर हमारी सारी मनोकामनाएं भागवत कथा पूर्ण करती है। भागवत कथा में जो व्यक्ति जिस मंशा के साथ बैठता है, उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं लेकिन जरूरी है कि व्यक्ति की भावना पवित्र हो और संसार के मंगल की कामना उसके मन में हो।आस्था चैनल और पूज्य बापू के यूट्यूब चैनल के माध्यम से देश- दुनिया के लाखों भक्तों ने दिव्य कथा का अपने घर और कार्यस्थल पर बैठे ही रसपान किया।
विश्व कल्याण मिशन ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी पार्षद मुरारी लाल गोयल पेंट वाले, ट्रस्टी श्रीमती सुमन गोयल, श्रीमती विनीता सुगंधी, ट्रस्टी मयंक वैद्य, अनुराग यादव और मुख्य यजमान श्रीमती जागृति द्विवेदी व उनके परिवारी जनों द्वारा आरती, सभी का सम्मान और दूर-दूर से पधारे हुए सभी भक्तों का आभार व्यक्त किया गया।
राजकुमार पथिक, हरीश काठपाल, संजीव रेड्डी, ज्योति रोहिला, शीलता जांगिड़, राहुल आचार्य, विजय वर्मा और बृजभूषण प्रमुख रूप से मौजूद रहे। मीडिया समन्वयक कुमार ललित ने बताया कि भागवत कथा 17 अगस्त तक जारी रहेगी। कथा का समय शाम 4:00 से रात 7:00 बजे तक है।