फिरोजाबाद। प्रमुख समाजसेवी व बड़ा इमामबाड़ा मुहर्रम कमेटी के नायब सदर (उपाध्यक्ष) कमर आलम साबरी साहब का शनिवार शाम को इंतकाल हो गया। कमर आलम साबरी पिछले 5 महीने से ज़ेर-ए-इलाज (उपचाररत) थे। उनके छोटे भाई जफर आलम साबरी ने बताया की उन्होंने मोहल्ला इमामबाड़ा स्थित अपने निज निवास पर अंतिम सांस ली और हुक्मे रब्बी से इस दुनिया को अलविदा कह गए।
शनिवार शाम को जैसे ही लोगो को कमर आलम साबरी के इंतकाल की खबर लगी उनके शुभचिंतकों में रंज-ओ-गम का माहोल छा गया और मोहल्ला इमामबाड़ा उनके निवास पर रात भर लोगो की तांता लगा रहा। तदोपरांत रविवार दुपहर को ज़ुहर की नमाज़ के बाद उन्हें शीशग्रान कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। इस दौरान शहर भर के गणमान्य लोग मोजूद रहे। जिसमे प्रमुख रूप से बड़ा इमामबाड़ा मुहर्रम कमेटी के जनरल सेक्रेटरी व शहर क़ाज़ी सैय्यद शाहनियाज़ अली, वाजिद अली नूरी, दरगाह इमामुद्दीन शाह के सज्जादानशीन गुलाम समदानी मिया, गुलाम अब्बास मिया, गुलाम सज्जाद मिया, समाजवादी पार्टी के वरिष्ट नेता नौशाद अली सिद्दीकी, सपा नेता व पूर्व विधानसभा प्रत्याशी खालिद नसीर सिद्दीकी, मुफ्ती तनवीर अहमद, मुहर्रम कमेटी के अध्यक्ष मुहम्मद उमर फारूक, उत्तर प्रदेश एकता अमन कमेटी के अध्यक्ष दिलशाद अली राजू, डॉ नसीर हसन, मेहरोज अख्तर, असजद अहमद खा, खालिद जमाल सिद्दीकी, सर बिलाल कॉन्वेंट स्कूल के प्रबधक कामरान खान, सलाहुद्दीन खान, तनवीर खान, नौशे ताज़ियेदार, मोहसिन मिया, साजिद जफर, व्यापारी नेता शकील कुरेशी आदि मोजूद रहे।