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वंदना नर्सिंग होम में फैमिली प्लानिंग काउंसलिंग कॉर्नर शुरू सीएमओ ने किया उद्घाटन

लाभार्थी बेझिझक दूर कर सकेंगे अपनी शंका,

परिवार नियोजन के प्रति किया जाएगा जागरूक

आगरा। परिवार नियोजन कार्यक्रम को बढ़ावा देने के लिए शुक्रवार को रामबाग चौराहा स्थित वंदना नर्सिंग होम में प्रथम फेमिली प्लानिंग काउंसलिंग कॉर्नर का उद्घाटन मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने किया। इसमें लोगों को परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों के बारे में काउंसलिंग करके जागरूक किया जाएगा।

    इस अवसर पर सीएमओ ने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत दी जाने वाली विभिन्न सेवाओं के बारे में लाभार्थी की काउंसलिंग करना बेहद अहम है। इसमें निजी चिकित्सालयों को भी आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन का साधन देने से पहले, साधन के चयन के बाद और फॉलोअप काउंसलिंग की अहम भूमिका होती है। काउंसलिंग कॉर्नर के माध्यम से चिकित्सालय आने वाला कोई भी शख्स परिवार नियोजन के किसी भी साधन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकता है, इससे उसके मन की शंका दूर होगी और वह परिवार नियोजन के साधन को बेझिझक अपना सकेगा। उन्होंने कहा कि हमें इस प्रक्रिया पर जोर देना चाहिए, जिससे लाभार्थी उस साधन के फायदे को समझ सकें ।

    उन्होंने कहा कि परिवार नियोजन कार्यक्रम में निजी अस्पतालों का सहयोग लेने के लिए सहयोगी पॉपुलेशन सर्विसेज़ इंटरनेशनल (पीएसआई) इंडिया के सहयोग से जनपद में पांच मॉडल परिवार नियोजन काउंसलिंग कॉर्नर स्थापित किए जाएंगे । वंदना नर्सिंग होम में प्रथम परिवार नियोजन काउंसलिंग कॉर्नर स्थापित किया गया, पीएसआई इंडिया की टीम यह प्रयास करें, सभी निजी अस्पतालों में काउंसलिंग कॉर्नर स्थापित हो परिवार नियोजन के प्रति लोग जागरुक हो और अपने मनपसंद साधन को अपनाकर परिवार को नियोजित करें ।

    राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. धर्मेश्वर श्रीवास्तव ने बताया कि सेवा प्रदाता इस बात का भी ध्यान रखें कि यदि किसी लाभार्थी को परिवार नियोजन का साधन उपयोग करने के बाद कोई दुष्प्रभाव नजर आता है तो उसका समाधान करें। लाभार्थी को बताएं कि वह इस स्थिति में तुरंत आकर बताएं, जिससे कि समस्या का समाधान किया जा सके। इससे परिवार नियोजन कार्यक्रम के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ेगा और वह इसका फायदा ले पाएंगे।

    वंदना नर्सिंग होम की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. अनीता शर्मा ने बताया कि सुखी व स्वस्थ परिवार के लिए शादी के दो साल बाद पहला बच्चा और दो बच्चों के जन्म के बीच में तीन साल का अंतर होना चाहिए। परिवार नियोजन इसमें मदद करता है। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा यह बहुत अच्छी पहल की गई है । परामर्श केंद्र पर लक्षित दंपत्ति को काउंसलिंग करके परिवार नियोजन के स्थाई व अस्थाई साधनों जैसे पीपीआईयूसीडी, आईयूसीडी कंडोम, छाया गोली, अंतरा इंजेक्शन, महिला नसबंदी, पुरुष नसबंदी और ओरल पिल्स के बारे में काउंसलर के द्वारा जानकारी प्राप्त कराई जाएगी ।

    काउंसलिंग कॉर्नर में काउंसलर मंजू ने लाभार्थियों को परिवार नियोजन के साधन के बारे में जानकारी प्राप्त कराकर जागरूक किया ।

    इस दौरान डीपीएम कुलदीप भारद्वाज, अर्बन हेल्थ कोऑर्डिनेटर आकाश गौतम और पीएसआई इंडिया के मैनेजर प्रोग्राम इंप्लीमेंटेशन अनिल द्विवेदी, पीएसआई इंडिया की टीम से पंकज, सोनल, नर्सिंग होम का स्टाफ मौजूद रहा ।