राजस्थान

आन्ध्र प्रदेश के कसुमुरु से अज़मेर तक हिन्दू जायरीन ने पैदल यात्रा की

3000 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके अज़मेर पहुँचा हिन्दू जायरीन

70 दिनों में पैदल यात्रा पूरी की

पैदल यात्रा का उद्देश्य देश में अमन चैन खुशहाली भाईचारा बना रहे

संवाद। मो नज़ीर क़ादरी

अजमेर । विश्व प्रसिद्ध महान सूफी संत हजरत ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह में अमन चैन और भाईचारे की दुआ लेकर आन्ध्र प्रदेश के कसुमुरु का रहने वाला हिन्दू युवक मालेश्वर रेड्डी नागा अजमेर शरीफ की पैदल यात्रा पर निकला है। कसुमुरु से अजमेर के लिए निकला जो आज देर की रात को पहुँचा । ये पैदल यात्रा 70 दिन में पूरी की 3000 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके अज़मेर पहुँचे कर ख्वाजा साहब की दरगाह अकीदत के फूल व चादर पेश की दरगाह के खादिम सैयद ईमरान अली चिश्ती ने जियारत कराई वे दस्तारबंदी करने के बाद दरगाह शरीफ का तबर्रुक दिया
मालेश्वर रेड्डी नागा ने बताया कि यह पैदल यात्रा तीसरी बार की है इससे पहले भी वह दो बार अजमेर आ चुका है यात्रा का उद्देश्य देश में अमन चैन भाईचारा रहे शांति बनी रहे सुख शांति बनी रहे देश तरक्की करें इसी उद्देश्य को लेकर पैदल यात्रा पर निकला गुलबर्गा ,औरंगाबाद, खुल्दाबाद, शिर्डी ,कल्याण ,मुंबई हाजी अली होते हुए राजस्थान के अज़मेर पहुँचा ।
खादिम सैयद ईमरान चिश्ती ने बताया कि जायरीन ऐ ख़्वाजा जो एक हिन्दू परिवार से है मालेश्वर रेड्डी नागा ये तीसरी बार पैदल यात्रा करके अज़मेर आए हैं इनका पैगाम है इंसानियत मोहब्बत भाईचारा इसके अलावा 140 दरगाहों पर जियारत करने के बाद अजमेर की दरगाह में हाजिर हुए हैं इन्होंने हिन्दू मुस्लिम एकता की मिसाल पेश कर दी मानवता से बड़ा कोई धर्म नही है देश मे खुशहाल हो देश तरक़्क़ी करे यही कामना लेकर ये आए हम दुआ करते हैं इनकी हर दुआ पूरी हो ।