मेरठ के किठौर विधान सभा के तीन गांवों में अल्पसंख्यक कांग्रेस ने किया जन संवाद कार्यक्रम
मेरठ,। प्रधामन्त्री के आर्थिक सलाहकार बिबेक देबरॉय ने मोदी सरकार की मंशा के अनुरूप ही संविधान बदलने की वकालत करते हुए अपने पद के नाम के साथ लेख लिखा है। इससे पहले भी भाजपा के मंत्री अनंत हेगड़े और खुद मोहन भागवत भी संविधान बदलने की बात कर चुके हैं। संविधान बचाने के लिए कांग्रेस की सरकार बनानी ज़रूरी है। जिसमें सबसे बड़ी भूमिका मुसलमानों और दलितों की है।
ये बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने मेरठ अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा किठौर विधान सभा के कायस्थ बड्ढा, किठौर बाज़ार और राधना में आयोजित जन संवाद कार्यक्रमों में कहीं।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मोदी को 2014 में 31 प्रतिशत और 2019 में 37 प्रतिशत वोट मिला था। जबकि सिर्फ़ मुस्लिम और दलित ही उत्तर प्रदेश में 41 प्रतिशत हैं। इनके कांग्रेस में आते ही अन्य जातियाँ भी साथ आ जायेंगी और संविधान बदलने का सपना देख रही भाजपा का सूपड़ा साफ़ हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि संघ और भाजपा समाजवादी, समतावादी और धर्मनिरपेक्ष मूल्यों पर आधारित संविधान को अपने विभाजनकारी एजेंडे के लिए बाधा मानती है। इसीलिए वो शुरू से ही संविधान का विरोध करती रही हैं। क्षेत्रिय दलों ने भी अपनी सुविधानुसार इन मूल्यों से समझौता किया जिससे भाजपा मजबूत होती गयी। ऐसे में हर वर्ग की ज़िम्मेदारी है कि कांग्रेस को सत्ता में लाए और संविधान की रक्षा करे।
इस दौरान अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष वसी अहमद रिज़वी, कांग्रेस प्रदेश सचिव डॉ शोऐब खान प्रदेश सचिव हाजी ताहिर अंसारी, अकबर चौधरी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। संचालन मेरठ अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष मारूफ गौड़ ने किया।