लखनऊ। ईदगाह के इमाम विद्वान खालिद रशीद फिरंगी महली ने मंगलवार को कहा कि भारत के चंद्र मिशन चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए, जो 23 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग के लिए निर्धारित है, बच्चों ने इस्लामिक सेंटर मस्जिद में नमाज़ अदा की और प्रार्थना की।
समाचार एजेंसी एएनआई से बात करते हुए महली ने कहा कि बच्चों ने इस्लामिक सेंटर मदरसे में नमाज़ अदा की और चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए प्रार्थना की।
उन्होंने बताया कि दारुल उलूम फरंगी महल ईदगाह, लखनऊ में एक विशेष ‘दुआ’ हुई जिसमें मदरसा के छात्रों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम और हिंदू संस्कृतियों में चंद्रमा का महत्व है। चूंकि चंद्रमा मुस्लिम और हिंदू संस्कृति में भी बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए हमें इस मिशन से विशेष लगाव है।
चंद्रयान-3 के बुधवार शाम 6.04 बजे ऐतिहासिक लैंडिंग करने की संभावना है, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने सोमवार को घोषणा की और कहा कि वे लैंडिंग प्रक्रिया का सीधा प्रसारण आयोजित करेंगे, जो शाम 5.20 बजे शुरू होगी। महली ने आगे कहा कि छात्र विज्ञान पढ़ते हैं और इसलिए चंद्रयान-3 मिशन को लेकर उनमें काफी जिज्ञासा है। मिशन के लिए इसरो को बधाई देते हुए महली ने कहा कि मैं इसरो के सभी वैज्ञानिकों और अधिकारियों को हार्दिक बधाई देता हूं। यदि कल चंद्रमा के अज्ञात दक्षिणी ध्रुव पर लैंडिंग सफल होती है, तो भारत ऐसा करने वाला पहला देश होगा।
साभार – प्रभासाक्षी