उत्तर प्रदेश

पत्रकारों ने मुंह पर काली पट्टी बांध कर निकाला मौन जुलूस

कानपुर। मीडिया पर शासन के दमनकारी आदेश आदेश के खिलाफ कानपुर प्रेस क्लब की ओर से बुधवार को पुलिस कमिश्नर कार्यालय तक बडी संख्या में पत्रकारों ने मुंह पर काली पट्टी बांध कर मौन जुलूस निकाला।
संरक्षक सरस बाजपेई ने कहा की यदि शासन ने पत्रकारों की मंशा के अनुरूप ये काला आदेश वापस ना लिया तो अगले चरण में बड़े पैमाने पर आंदोलन होगा
पुलिस कमिश्नर डा आर के स्वर्णकार को मुख्यमंत्री और राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन सौंपा।
नवीन मार्केट सीठित प्रेस क्लब कार्यालय में अध्यक्ष अवनीश दीक्षित और महामंत्री कुशाग्र पांडे के नेतृत्व में बड़ी संख्या में पत्रकार इकट्ठा हुए एक बैनर में भारी बारिश के बीच पैदल मार्च करते हुवे सिविल लाइंस स्थित पुलिस कार्यालय पहुंचे सभी पत्रकार अनुशासित हो कर पुलिस कार्यालय परिसर में मौजूद रहे,इसके बाद अवनीश दीक्षित और कुशाग्र पांडे सहित सहित पाध्धिकारीयो ने पुलिस कमिश्नर को ज्ञापन सोपा उनसे कहा यह ज्ञापन मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पहुंचाने के साथ-साथ पत्रकारों की भावनाओं से भी अवगत करा दें साथ ही चेतावनी भी दी की यदि ये दमन कारी आदेश वापस ना हुआ और शासन ने माफी ना मांगी तो प्रेस क्लब बड़ा आंदोलन खड़ा करेगा।

अवनीश दीक्षित ने कहा की ये तो अंग्रेजो के जमाने जैसा फरमान है,अब देश आजाद है ये पत्रकारिता और परकारो पर अंकुश लगाने और मुंह बंद करने की साजिश है,इसे बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।
पत्रकार लोकतंत्र के सजग प्रहरी है, डरने वाले नही है।आवाज बुलंद करते रहेंगे।
इस मौके पर प्रमुख रूप से शैलेश अवस्थी, मो इरफान, सतेंद्र बाजपेई, ज्ञानेद्र मिश्रा,पंकज त्रिवेदी ,मनोज यादव,सुनील साहू, नीरज अवस्थी,रमन गुप्ता,इब्ने हसन जैदी,दीपक सिंह,विवेक पांडे, शुभम शुक्ला,रोहित निगम, रोहित कश्यप,विकास अवस्थी,रियाज़,अमान,फरहान, फैज़,सलमान हैदर,नौशाद , दीपक,स्वप्निल,सहित 6 सौ से अधिक पत्रकार मौजूद रहे।।