संवाद। सादिक जलाल(8800785167)
सौर ऊर्जा संचालित, मोबाइल डिजिटल कक्षा दिल्ली, देहरादून और भोपाल में 1.6 लाख से अधिक लोगों को लाभान्वित कर चुकी है
यह कार्यक्रम उत्तर पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर थाने में आयोजित किया गया था। उद्घाटन में मुख्य अतिथि उत्तर पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) डॉ जॉय टिर्की उपस्थित थे
नई दिल्ली: इंडस टावर्स लिमिटेड ने अपनी कॉरपोरेट सामाजिक जिम्मेदारी (सीएसआर) के फ्लैगशिप कार्यक्रम, सक्षम के अंतर्गत 40 लाभार्थियों को सम्मानित किया है। इन लाभार्थियों ने नई दिल्ली में डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वैन (डीटीवी) प्रोग्राम के तहत डिजिटल शिक्षा पाठ्यक्रम पूरा कर लिया है। इस कार्यक्रम का उद्देश्य क्षेत्र में ग्रामीण और अर्ध-शहरी समुदायों के लिए डिजिटल शिक्षा, डिजिटल कौशल और इंटरनेट पहुंच को बढ़ाना है। इस कार्यक्रम में सभी प्रतिभागियों में महिलाएं शामिल है। यह कार्यक्रम उत्तर पूर्वी दिल्ली के ज्योति नगर थाने में आयोजित किया गया था। उद्घाटन में मुख्य अतिथि उत्तर पूर्वी दिल्ली के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) डॉ जॉय टिर्की उपस्थित थे। इस मौके पर उन्होंने अपनी बहुमूल्य जानकारी साझा की और इंडस टावर्स तथा एनआईआईटी फाउंडेशन के प्रयासों की सराहना की।
डीटीवी 20 सीटों वाली सौर ऊर्जा से संचालित एक डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वैन है जो एक मोबाइल डिजिटल क्लासरूम के रूप में कार्य करती है। इसमें अत्याधुनिक कंप्यूटिंग और प्रिंटिंग तकनीक, सॉफ्टवेयर और ई-लर्निंग टूल्स हैं। इसे शहरी और ग्रामीण दोनों तरह के वंचित समुदायों को आवश्यक प्रौद्योगिकीय कौशलों से सशक्तिकरण के लिए डिज़ाइन किया गया है। इस कार्यक्रम में पांच प्रमुख घटक हैं, इनमें डिजिटल साक्षरता, आईटी शिक्षा, साइबर सुरक्षा/आईओटी विकास, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग परामर्श और जन साक्षरता कार्यक्रम शामिल हैं।
2018 में लॉन्च किया गया डीटीवी कार्यक्रम, राष्ट्रीय डिजिटल साक्षरता मिशन के अनुरूप है और इसने डिजिटल साक्षरता, शिक्षा और ऑनलाइन सेवाओं तक पहुंच को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है। दिल्ली, देहरादून और भोपाल में समुदायों तक अपनी सफल पहुंच के साथ, इस पहल ने अपने वीडियो-आधारित शैक्षिक कार्यक्रम के माध्यम से 1.6 लाख से अधिक व्यक्तियों को लाभान्वित किया है।
उत्तर पूर्वी दिल्ली के डीसीपी डॉ जॉय टिर्की ने कहा, “मैं डीटीवी के माध्यम से डिजिटल कौशल विकास को सशक्त बनाने की सराहनीय पहल के लिए इंडस टावर्स को हार्दिक बधाई देता हूं। दिल्ली में ग्रामीण और अर्ध-शहरी समुदायों तक पहुंच प्रदान करने के प्रति उनका समर्पण वास्तव में प्रेरणादायक है जो डिजिटल विभाजन को जोड़ रहा है और व्यक्तियों, विशेषकर महिलाओं को सशक्त बना रहा है।
डीटीवी की सफलता के बारे में बताते हुए , इंडस टावर्स के नियामक और सीएसआर प्रमुख, मनोज कुमार सिंह ने कहा, “इंडस टावर्स डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन वैन (डीटीवी) सीएसआर प्रोग्राम शिक्षा को सभी के लिए सुलभ बनाने के हमारे समर्पण का एक शक्तिशाली प्रमाण है। आज के डिजिटल युग में, सीखना कक्षाओं से परे होता है और उम्र या पृष्ठभूमि से प्रतिबंधित नहीं होता है। डीटीवी हमारे इस मूल मूल धारणा का प्रतीक है कि शिक्षा एक उम्रभर की यात्रा है। यह एक मोबाइल कक्षा है जो सभी क्षेत्रों के व्यक्तियों के दरवाजे पर मांग वाले कौशल लाती है। ऐसा करके, हम अपने समुदायों के बदलाव में सक्रिय रूप से योगदान दे रहे हैं। डीटीवी सिर्फ एक वाहन नहीं है; यह हर किसी के लिए एक उज्जवल भविष्य, एक समय में एक कौशल के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
चारू कपूर, सीओओ, एनआईआईटी फाउंडेशन ने कहा, “लोगों को अपने जीवन को बेहतर बनाने में मदद करने के लिए डिजिटल साक्षरता महत्वपूर्ण है और इंडस टावर्स के साथ हमारा सहयोग इस लक्ष्य के प्रति हमारी मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। डीटीवी कार्यक्रम सीधे उन समुदायों तक शिक्षा और अवसर लाता है जिन्हें उनकी सबसे अधिक आवश्यकता है।” यह सुनिश्चित करता है कि हर कोई, विशेष रूप से जिनके पास कम फायदे हैं, वे डिजिटल युग से लाभान्वित हो सकें। हमारा दृढ़ विश्वास है कि यह कार्यक्रम सभी के लिए एक उज्जवल भविष्य बनाने के लिए एक अनुकरणीय मॉडल के रूप में कार्य करता है।”
डीटीवी कार्यक्रम ने 14 से 60 वर्ष की आयु के व्यक्तियों और विभिन्न पृष्ठभूमियों से आने वाले लोगों को डिजिटल साक्षरता प्रदान की है। लाभार्थियों में स्कूल जाने वाले बच्चे, महिलाएं, स्वयं सहायता समूह, गृहिणियां, फर्मों में काम करने वाले शुरुआती स्तर के कर्मचारी, किसान और वयस्क शामिल हैं जो डिजिटल साक्षरता में अपने कौशल को बढ़ाना चाहते हैं ।