मुज़फ्फरनगर की घटना आर एस एस के दुष्प्रचार का परिणाम
लखनऊ, । मुज़फ्फरनगर के खुब्बापुर गाँव के स्कूल में एक मुस्लिम छात्र की शिक्षिका द्वारा सांप्रदायिक नफ़रत से दूसरे समुदाय के छात्रों से पिटवाने के मामले को अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने शर्मनाक बताते हुए शिक्षिका की बर्खास्तगी की मांग की है। उन्होंने इसे आरएसएस भाजपा के वैचारिक दुष्प्रभाव का परिणाम बताया है।
कांग्रेस मुख्यालय से जारी बयान में शाहनवाज़ आलम ने कहा कि शिक्षिका तृप्ता त्यागी और पिछले दिनों ट्रेन में मुस्लिमों की हत्या करने वाला आरपीएफ जवान चेतन कुमार
मोदी और योगी युग की उपलब्धि हैं। जिस तरह ट्रेन में हत्या करने वाला मोदी और योगी से प्रभावित था अगर इस शिक्षिका से भी पूछताछ हो तो यह ज़रूर बताएगी कि वो मोदी और योगी से प्रभावित है। उन्होंने कहा कि इसकी भी जाँच होनी चाहिए कि उसके परिवार में कितने लोग संघ की शाखा में जाते हैं, किस पार्टी को वोट करते हैं और कौन से न्यूज़ चैनल देखते हैं। उन्होंने कहा कि आरएसएस और मोदी-योगी ने देश की संस्थाओं को ही नहीं खोखला किया है उन्होंने भारतीय सभ्यता को भी संकट में डाल दिया है। इसलिए भाजपा को सत्ता से हटाना अपनी महान सभ्यता को बचाने के लिए भी ज़रूरी है।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि देश को सोचना चाहिए कि आख़िर जिस देश में नेहरू, गाँधी और शास्त्री जी जैसी शख्सियतों से प्रभावित होकर लोग सामाजिक सद्भावना के लिए अपना पूरा जीवन लगा देते थे उस देश में मोदी-योगी और आरएसएस के प्रभाव में लोग हिंसक और हत्यारे क्यों बन रहे हैं? उन्होंने कहा कि विशेष तौर से बहुसंख्यक वर्ग को आरएसएस की विचारधारा से अपने को बचाना चाहिए।