रील व ड्रामा कंपटीशन आयोजित कर एचआईवी-एड्स के प्रति किया जागरूक
- खंदारी कैंपस स्थित जेपी सभागार में आयोजित हुआ यूथ फेस्ट
आगरा। डॉ. बीआर अंबेडकर विश्वविद्य़ालय के खंदारी कैंपस स्थित जेपी सभागार में स्वास्थ्य विभाग की ओर से मंगलवार को सामुदायिक रेडियो 90.4 आगरा की आवाज के सहयोग से यूथ फेस्ट आयोजित किया गया। इसमें रील मेकिंग कंपटीशन और ड्रामा के जरिए एचआईवी-एड्स के प्रति जागरूक किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ. आशु रानी ने की।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि एचआईवी-एड्स लाइलाज बीमारी है। इसकी रोकथाम के लिए बचाव ही एकमात्र उपाय है। इसके लिए लोगों को जागरूक होना जरूरी है। इसी उद्देश्य से यूथ फेस्ट गतिविधि के जरिए युवाओं को एचआईवी-एड्स के बारे में जागरूक किया जा रहा है।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. सुखेश गुप्ता ने बताया कि यूथ फेस्ट में जनपद के 12 कॉलेज, विश्वविद्यालय से कुल 60 विद्यार्थियों ने ड्रामा और रील मेकिंग मे 15 टीम्स मे 30 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया। इसमें विजेता छात्र-छात्राओं को पुरस्कृत भी किया गया। एचआईवी-एड्स विषय पर प्रस्तुत ड्रामा प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार- एन०सी०सी० विंग आगरा कॉलेज आगरा, द्वितीय पुरस्कार- इंस्टीट्यूट ऑफ हॉम साइस, डा० बी०आर० अंबेडकर विश्वविद्यालय आगरा तथा तृतीय पुरस्कार- डिपार्टमेन्ट ऑफ फॉर्मेसी छलेसर, विश्विधालय आगरा को दिया गया। साथ ही 02 कॉलेजों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया।
वहीं रील मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम पुरस्कार फॉर्मेसी डिपार्टमेण्ट, डा० बी० आर० अम्बेडकर विश्वविद्यालय, आगरा, द्वितीय पुरस्कार इंस्टीट्यूट ऑफ हॉम साइंस, डा० बी० आर० अम्बेडकर – विश्वविद्यालय, आगरा एवं तृतीय पुरस्कार यूनिवर्सिटी कम्प्यूटर सेन्टर डिपार्टमेंट , खंदारी आगरा को दिया गया। साथ ही 03 कॉलेजों को सांत्वना पुरस्कार दिया गया। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी कॉलेजों के विद्यार्थियों को प्रमाण-पत्र दिये गये। रील मेकिंग प्रतियोगिता में जज की भूमिका आरजे ईशान ने निभाई। नाटक प्रतियोगिता में राष्ट्रीय पुरस्कृत नाटकार और साहित्यकार सुशील सरित एवं वरिष्ठ रेडियो नाटककार, साहित्यकार दुर्गविजय सिंह ने जज की भूमिका निभाई।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि एड्स के वायरस (एच.आई.वी) किसी स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में मुख्य रूप से संभोग के दौरान वीर्य से, चुम्बन के दौरान लार से, रोग ग्रस्त व्यक्ति के खून से और ब्लड चढ़ाने के दौरान या नशे के लिए शिराओं में प्रयुक्त एक ही सिरिंज की निडिल के प्रयोग से पहुंच जाते हैं।
डिप्टी डीटीओ डॉ. एसके राहुल ने बताया कि सभागार में एक ड्रामा भी किया गया। इसके माध्यम से बताया कि एचआईवी—एड्स के मरीजों से सार्वजनिक स्थलों जैसे- दफ्तर, स्कूल आदि जगहों पर भेदभाव न किया जाए। यह छूने या बात करने से नहीं फैलता है। ड्रामा में एचआईवी-एड्स से बचाव और रोकथाम के बारे में भी जानकारी दी गई।
इस दौरान जनचेतना सेवा संस्थान के निदेशक डॉ. वाईएस परमार ने छात्र-छात्राओं को एचआईवी-एड्स के लिए जनपद में उपलब्ध उपचार के बारे में विस्तृत जानकारी दी।
बीसीए प्रथम वर्ष की छात्रा अदिति गौतम ने बताया कि कार्यक्रम से पहले मैं केवल एचआईवी-एड्स के बारे में जानती थी। लेकिन कार्यक्रम के दौरान मुझे इसके बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त हुई। अब मैं अपने दोस्तो व परिवार के सदस्यों को इसके प्रति जागरुक करूंगी।
सामुदायिक रेडियो निदेशिका प्रो. अर्चना सिंह ने पुरस्कार वितरण किया। संचालन सामुदायिक रेडियो 90.4 आगरा की आवाज की कार्यक्रम अधिशासी पूजा सक्सेना ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में तरुण श्रीवास्तव, जिला क्षय रोग केंद्र से जिला पीपीएम समन्वयक अरविंद यादव, कमल सिंह, शशिकांत पोरवाल, अखिलेश शिरोमणि, पंकज सिंह, सीफार से राना बी, चेतना सेवा संस्थान के परियोजना निदेशक रईस अहमद, परियोजना प्रबंधक तृप्ति जैन, फरमान खान, लुबना, सनी, शबाना, अयान, अभिषेक का सहयोग रहा। कार्यक्रम में दिशा क्लस्टर यूनिट से सीएसओ रेनू बाला और दीप्ति सिंह, जनचेतना सेवा समिति की प्रोजेक्ट मैनेजर नेहा खान आदि मौजूद रहे।