उत्तर प्रदेश

अपने हुनर से सफलता की ऊंचाइयों को छूने का मार्ग है लघु उद्योगः राकेश गर्ग

  लघु उद्योग निगम लिमिटेड उप्र के उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री लघु उद्योग भारती राकेश गर्ग एवं प्रदेश सचिव लघु उद्याेग भारती मनीष अग्रवाल ने लखनऊ में की अधिकारियों साथ भेंट 
 भारतीय उद्यमियों के लिए लघु उद्योग दिवस गौरव की बात, प्रदेश में तेजी से हो रहा है लघु उद्योगों का विस्तार और विकास 
आगरा। यूपी इन्वेस्टर समिट के बाद से प्रदेश में लगातार नये लघ़ उद्योगों की स्थापना हो रही है और इनका समुचित विकास हो रहा है। लघु उद्यमी अपना प्रयास कर रहे हैं। सरकारी तंत्र अब अधिक से अधिक इनकी समस्याओं का निवारण प्रदेश के विकास की रफ्तार में गति प्रदान करे। राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस की पूर्व संध्या पर उच्च अधिकारियों संग यह चिंतन किया
लघु उद्योग निगम लिमिटेड उप्र के उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय संयुक्त महामंत्री लघु उद्योग भारती राकेश गर्ग एवं प्रदेश सचिव लघु उद्याेग भारती मनीष अग्रवाल ने।
दिवस विशेष की पूर्व संध्या पर लखनऊ में राकेश गर्ग और मनीष अग्रवाल ने अपर मुख्य सचिव एमएसएमई अमित मोहन और औद्योगिक विकास आयुक्त मनोज कुमार सिंह ने भेंट की और राष्ट्रीय लघु उद्याेग दिवस की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि देश में लघु उद्योग सर्वाधिक रोजगार प्रदान कर रहा है। यूपी इन्वेस्टर समिट के बाद से प्रदेश में लघु उद्योगों की संभावनाओं का विस्तार हुआ है। लगातार नये लघु उद्योग स्थापित हो रहे हैं। इसे देखते हुए नए उद्योगों की स्थापना के लिए भूमि संबंधि समस्याओं का निवारण सरकारी तंत्र द्वारा किया जाए। साथ ही माह में एक बार शिविर लगाकर अधिकारी उद्यमियों की समस्याओं का समाधान करें ताकि और बेहतर तरीके से लघु उद्योग विकास कर सकें। मनीष अग्रवाल ने कहा कि 11 करोड़ लोगों को रोजगार देने वाला क्षेत्र लघु उद्योग बन चुका है। यूपी इन्वेस्टर समिट में लघु उद्यमियों ने बढ़चढ़ कर रुझान दिया था। उसमें जितने भी सराकर से समझौते हुए थे यदि उन्हें शीघ्रता से लाया जाए तो प्रदेश के विकास को गति मिलेगी। लघु उद्यमी अपने हस्तकौशल और परिश्रम से अपना भाग्य लिखते हैं। लघु उद्योग ही आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार कर सकते हैं। बता दें कि भारत में प्रत्येक वर्ष 30 अगस्त को राष्ट्रीय लघु उद्योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिवस लघु उद्योगों को बढ़ावा देने और बेरोज़गारों को रोज़गार के अवसर उपलब्ध कराने के उद्देश्य से मनाया जाता है। लघु उद्योग के बिना कोई भी देश प्रगति नहीं कर सकता है। कई बड़े उद्योग इनके बिना नहीं चल सकते हैं।