मोदी सरकार ने वन नेशन वन इलेक्शन का शिगूफा छोड़ा
सवाल रुकने वाले नही अडानी पर मोदी सरकार की असीमित कृपा पर देश का आम आदमी सवाल कर रहा
लखनऊ। उत्तर प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता अंशू अवस्थी जारी बयान में कहा कि जैसे – जैसे INDIA का गठबन्धन मजबूत होकर भाजपा की तानाशाही के खिलाफ खड़ा हो रहा है और जनता के सवालों को बुलंद कर रहा है उससे डर कर भाजपा जनमुद्दों और देश की जरूरी सवालों पर जवाब देने के बजाए अब नए-नए शिगूफे रच रही है, उसी का यह एक नमूना है वन नेशन वन इलेक्शन,
अंशु ने कहा कि हमारे देश के महापुरुषों ने जिस संविधान को अपने खून पसीने को बहाकर त्यागकर बनाया, बाबा साहब के बनाये संविधान की एक-एक बात आज भी प्रासंगिक और सदुपयोगी है लेकिन भाजपा & RSS उस संविधान को बदलने के तरह-तरह के जतन कर रही है , जहां पर राज्यों की अपनी संप्रभुता है उनके अपने अधिकार हैं उन सभी अधिकारों को कुचल कर वन नेशन वन इलेक्शन की बात कर रही है, भाजपा देश को अघोषित आपातकाल की तरफ बढ़ाकर लोकतंत्र को कुचल रही है ,वन नेशन वन इलेक्शन प्रयोग पूरी तरह अव्यावहारिक है क्योंकि समय-समय पर राज्यों के चुनाव होते हैं केंद्र के चुनाव अलग होते हैं और पंचायत के चुनाव अलग होते हैं , यह कैसे संभव होगा ? कि जिस राज्य में मध्यावधि चुनाव हो रहे होंगे वहां के पंचायत चुनाव हो रहे होंगे और केंद्र के चुनाव का समय अलग होगा, यह सीधे तौर पर देश के लोकतंत्र के ढांचे को तोड़ने जैसा है, देश में बेरोजगारी, महंगाई, गिरती अर्थव्यवस्था, आम आदमी के अधिकारों का हनन जैसे सवालात को भाजपा के नंबर वन के भूत ने उन सवालों को कहीं पीछे धकेल दिया है, कभी वन नेशन वन टैक्स, वन नेशन वन एजुकेशन, दरअसल यह सब वन मैन आर्मी नीति से प्रभावित है जो लोकतांत्रिक ढांचे को कुचलकर अपनी अधिनायक सत्ता स्थापित रखना चाहता है, आज राहुल गांधी जी ने इस सरकार से अडानी की लूट पर सवाल पूछे और उन सवालों से डर कर भाजपा ने एक नया शिगूफा छोड़ दिया, लेकिन ये सवाल रुकने वाले नही है, अडानी द्वारा सरकार के शह पर की जा रही लूट पर देश का आम आदमी सवाल कर रहा है,
अंशु अवस्थी ने कहा कि हिटलर और नाजी सोच वाले याद रखें कि जब तक इस देश में हम जैसे लोकतंत्र और संविधान में आस्था रखने वाले लोग हैं , इतनी आसानी से अपने प्यारे मुल्क को बर्बाद नहीं होने देंगे खून के आखिरी कतरे तक लड़ेंगें।