उत्तर प्रदेश

हापुड़ में वकीलों के लाठीचार्ज में 51 नामज़द और 100 अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज

हापुड़ । हापुड़ में वकीलों पर लाठीचार्ज मामले में वकीलों का गुस्सा शांत करने के लिए उनकी एक औऱ मांग को मान लिया गया है. हापुड़ में लाठीचार्ज के मामले में पीड़ित वकीलों की तहरीर पर 151 पुलिसकर्मियों पर एफआईआर दर्ज हुई है.51 नामजद और 100 के करीब अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई. पुलिस टीम पर कानून का काम करने वाले निर्दोष वकीलों पर लाठीचार्ज का आरोप है. आईपीसी की धारा 147, 323, 504, 506, 308, 354, 392 के तहत एफआईआर दर्ज हुई है. हापुड़ नगर कोतवाली में ये एफआईआर दर्ज हुई.
इससे पूर्व हापुड़ लाठीचार्ज के विरोध में हापुड में चल रहे आंदोलन के बीच बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के सदस्य पद की प्रत्याशी एडवोकेट सरोज यादव पहुंचीं और आंदोलन को अपना समर्थन दिया।
इस अवसर एडवोकेट सरोज यादव ने कहा कि आगरा और मेरा होम टाउन फिरोजाबाद ही नहीं बल्कि समूचा ब्रज मंडल हापुड के साथ सड़क पर उतरकर आंदोलन कर रहा है । उन्होंने कहा वकीलों के ऊपर सिर्फ लाठीचार्ज नहीं है यह वकील भाई बहनों के ऊपर जानलेवा हमला है । यह आंदोलन किसी भी सरकारी लोलीपोप से रुकने वाला नहीं है । लाठीचार्ज के विरोध का आंदोलन अकेले यूपी में ही नहीं बल्कि कई राज्यों में शुरू होकर पूरे देश में फैल रहा है ।
एडवोकेट सरोज यादव का कहना है यह आंदोलन अधिवक्ता मान-सम्मान का आंदोलन है , यह रुकने वाला नहीं है जब तक कि लाठीचार्ज करने वाले अधिकारी और पुलिस वाले सस्पेंड और जेल नहीं भेज दिए जाते हैं । उनहोंने कहा कि एस आई टी में महज एक रिटायर जिला जज को रखकर जांच कराने से कतई न्याय की उम्मीद नहीं है । हमने शुरू से ही हाईकोर्ट के रिटायर जज और बार काउंसिल ऑफ उत्तर प्रदेश के प्रतिनिधिमंडल को भी रखा जाए ।
एडवोकेट सरोज यादव ने कहा कि न्याय के लिए अधिवक्ता अपना संघर्ष जारी रखेंगे । उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मौजूदा शासन और सत्ता अधिवक्ता के स्वाभिमान से खेलने का प्रयास करेगी तो अधिवक्ता समाज जेल भरने से भी पीछे नहीं हटेगा।