इटावा। शहीद ए आजम इमाम हुसैन और शहीदान ए कर्बला के चेहल्लुम पर सुन्नी समाज ने अलविदाई ताजियों का जुलूस निकाला और बाइस ख्वाजा कब्रिस्तान में ताजियों को गमगीन माहौल में सुपुर्दे खाक किया गया, साथ ही इमामबाड़ों में कुरान ख्वानी और मजलिसों का आयोजन हुआ।
सुन्नी समाज के चेहलुम के अलविदाई ताजिये सुबह चौखर कुंआ से निकले और शहर के मुख्य मार्गों का भ्रमण करने के बाद विभिन्न मोहल्लों में अपने अपने स्थानों पर पहुंचे जिसमें 12 अखाड़ों के खलीफाओं ने अपने शिष्यों के साथ शामिल होकर शहीदाने कर्बला को श्रद्धा सुमन अर्पित किए। यही ताजिये आज रात को रामगंज चौराहे पर आयोजकों की देखरेख में एकत्र हुए और नया शहर, नोरंगबाद चौराहा, नोरंगबाद पुलिस चौकी, पक्का तालाब चौराहा, नुमाइश चौराहा होते हुए देर रात्रि में बाइस ख्वाजा कब्रिस्तान पहुंचे और ताजियों को गमगीन माहौल में सुपुर्दे खाक किया गया। ताजियों के साथ अलम ध्वज और जुल्फिकार भी शामिल थीं। मेवाती टोला, उर्दू मोहल्ला, नोरंगबाद, कटरा पुरदल खां थड़ी, नोरंगबाद के सफेद ताजिये आकर्षण का केंद्र रहे। नई बस्ती टीला, गाड़ीपुरा, साबितगंज, कस्साब खाना, शाहकमर के ताजिये भी जुलूस में शामिल रहे। जगह जगह लंगर वितरित किया गया। ताजियेदार जुलूस की व्यवस्था स्वयं संभाले हुए थे। ताजियों के भ्रमण के दौरान कई बैंडों पर मरसियों की सदायें बुलन्द हो रही थीं। ताजियों के जुलूस में सुरक्षा की दृष्टि से भारी पुलिस बल तैनात रहा और अधिकारी भी जुलूस पर नज़र रखे हुए थे। अलविदाई ताजियों में कौमी तहफ्फुज कमेटी के संयोजक खादिम अब्बास, पूर्व चेयरमैन फुरकान अहमद, मानव हिन्द एकता समिति के अध्यक्ष अजहर उद्दीन, जमील मेव, इन्तिज़ार मेव, फरहत खान, मो. एजाज, मुमताज़ चौधरी, हनी वारसी, मसूद तैमूरी, शावेज़ नक़वी, हाजी अजीम वारसी, वाई के शफी, हाजी फजल यूसुफ, डा. अयाज अली आदि प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।