राजस्थान

श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में आज नंदोत्सव का भव्य आयोजन किया गया

 संवाद -मो नज़ीर क़ादरी

अज़मेर । महर्षि दयानंद सरस्वती विद्यालय के प्राणिशास्त्र विभाग में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष में आज नंदोत्सव का भव्य आयोजन किया गया।
उत्सव के मुख्य अतिथि एवं विभागाध्यक्ष प्रो. सुभाष चंद्र ने इस अवसर पर कहा कि श्रीकृष्ण का व्यक्तित्व एवं कृतित्व बहुआयामी एवं बहुरंगी है, यानी बुद्धिमत्ता, चातुर्य, युद्धनीति, आकर्षण, प्रेमभाव, गुरुत्व, सुख, दुख और न जाने कितनी विशेषताओं एवं विलक्षणताओं को स्वयं में समेटे हैं। एक भक्त के लिए श्रीकृष्ण भगवान तो हैं ही, साथ में गुरु भी हैं जो जीवन जीने की कला सिखाते है। उन्होंने अपने व्यक्तित्व की विविध विशेषताओं से भारतीय-संस्कृति में महानायक का पद प्राप्त किया। एक ओर वे राजनीति के ज्ञाता, तो दूसरी ओर दर्शन के प्रकांड पंडित थे। धार्मिक जगत् में भी नेतृत्व करते हुए ज्ञान-कर्म-भक्ति का समन्वयवादी धर्म उन्होंने प्रवर्तित किया। अपनी योग्यताओं के आधार पर वे युगपुरुष थे, जो आगे चलकर युवावतार के रूप में स्वीकृत हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ श्रीकृष्ण की आरती से हुआ।

विभाग के तीनो सेमेस्टर्स के छात्र-छात्राओं में भक्तिभाव से पूर्ण विभिन्न रंगारंग प्रस्तुतियां दी, जिन में मोनिका और आशा ने राधा कृष्ण की रासलीला, मोहित ने कृष्ण की भांति बांसुरी के मधुर स्वरों से मन मोह लिया, काजल ने मधुर गीत, राखी, मिताली, पूजन एवं विनोद ने भव्य नृत्य , इनके अतिरिक्त गुंजन, ट्विंकल, पूर्वा, गायत्री एवं ममता, इत्यादि ने रंगारंग नृत्य प्रस्तुतियां दी। कार्यक्रम का संचालन छात्रा काजल गोस्वामी ने किया। इस अवसर पर डॉ. आरती शर्मा, निकिता कुंडू, डॉ. अशोक गुप्ता, दिलीप शर्मा, शोधार्थी व अन्य छात्र उपस्थित रहे l