देर रात उर्स की पूर्व संध्या पर अजमेर शरीफ के गद्दीनशीन,दरगाह प्रमुख व सज्जादानशीन ने मजार पर पेश किया संदल केवड़ा और गुलाब
बरेली। आला हज़रत फ़ाज़िले बरेलवी का 105 वा उर्से रज़वी बरेलवी के उर्स की पूर्व संध्या पर आज देर रात अजमेर शरीफ ख़्वाजा गरीब नवाज़ की बारगाह से आया संदल,केवड़ा व गुलाब के साथ पहली चादर आला हज़रत के मजार शरीफ पर पेश की गई।
दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान(सुब्हानी मियां),सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी(अहसन मियां),अजमेर शरीफ के गद्दीनाशीन सय्यद सुल्तान उल हसन चिश्ती व सय्यद आसिफ मियां ने गुस्ल के रस्म अदा कर संदल,केवड़ा व गुलाब पेश किया। इसके बाद चादर व फूल पेश किए। सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन मियां ने खुसुसी दुआ की।
मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया किरूहानी महफिल उलेमाओं की मौजूदगी में अदा की गई। जिसमें मुख्य रूप से मुफ्ती आकिल रज़वी,मुफ्ती सलीम नूरी,मुफ्ती सय्यद कफील हाशमी,मुफ्ती अय्यूब नूरी,मुफ्ती मोइनुद्दीन,मुफ्ती सय्यद शाकिर अली,कारी अब्दुरहमान क़ादरी,मौलाना डॉक्टर एजाज़ अंजुम,मुफ्ती जमील,मुफ्ती अफ़रोज़ आलम,उर्स प्रभारी राशिद अली खान, औररंगजेब नूरी,परवेज़ नूरी,शाहिद नूरी,शान रज़ा,अजमल नूरी,ताहिर अल्वी,हाजी फय्याज हुसैन आदि लोग मौजूद रहे।