लखनऊ। घोसी विधानसभा उपचुनाव में जिस भारी अंतर से इंडिया प्रत्याशी की जीत हुई है उससे भाजपा की हार का सिलसिला शुरू हो गया है जो अब लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के सत्ता में आने तक जारी रहेगा। यह बातें अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने साप्ताहिक स्पीक अप कार्यक्रम की 113 वीं कड़ी में कहीं।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इंडिया गठबंधन की घोसी उपचुनाव की जीत वैसी ही है जैसे इमर्जेंसी के बाद आजमगढ़ उपचुनाव में मोहसीना किदवई की जीत थी जिसके बाद हुए आम चुनावों में कांग्रेस की केंद्र की सत्ता में वापसी हुई थी।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि विधान सभा चुनाव में अक्सर सत्ता पक्ष की जीत होती है। अगर हार भी होती है तो ज़्यादा अंतर नहीं होता। 43 हज़ार से तो लोग लोकसभा चुनाव जीतते और हारते हैं। इस लिहाज से घोसी उपचुनाव को योगी सरकार के खिलाफ़ अविश्वास मत माना जाना चाहिए। जिसके बाद योगी जी को या तो नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दे देना चाहिए या फिर मोदी जी को एक देश एक चुनाव के पाइलेट प्रोजेक्ट के तहत लोकसभा चुनाव के साथ ही उत्तर प्रदेश में भी विधान सभा चुनाव करा लेना चाहिए।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि इस उपचुनाव से भाजपा इतनी डर गयी है कि कर्नाटक में वो जेडीएस जैसी अवसरवादी पार्टी से गठबंधन कर रही है जो पिछले विधान सभा चुनाव में उसके खिलाफ़ थी। उन्होंने कहा कि अपनी जातियों के ठेकेदार बनने वाले ओम प्रकाश राजभर और संजय निषाद को उनकी बिरादरी के लोगों ने नकार कर इंडिया के एजेंडे को स्वीकृति दी है।