आगरा। शनिवार की रात जब हमारी फैक्ट्री डर्बी फुटवियर में आग लगी तब मैं अपने परिवार के साथ घर पर मौजूद था। पड़ोस की फैक्ट्री के लोगों से आग लगने की सूचना जब हमें मिली तब तत्काल मैं अपने बेटे और परिवार के साथ फैक्ट्री पहुंचा। वहां पहुंचकर मैंने देखा फायर ब्रिगेड की गाड़ियां फैक्ट्री की आग बुझाने के प्रयास में लगी थीं। आस पड़ोस के फैक्ट्रीयों के लोगों द्वारा भी हर प्रकार से मदद की जा रही थी। मेरी आँखों के सामने मेरी फैक्ट्री धूंधूं कर जल रही थी में बुरी तरह आहत था कुछ समझ नहीं आ रहा था चारों ओर धुआं ही धुआं था। सिकंदरा थाना क्षेत्र के ईपीआईपी में स्थित फैक्ट्री के मालिक जीतेन्द्र त्रिलोकानी ने आपबीती सुनाते हुए कहा कि लगभग 20-25 फायर ब्रिगेड की गाड़ियों ने पूरी रात संघर्ष किया, सुबह जाकर आग पर काबू पाया जा सका। हालांकि अगले दिन भी लेदर में आग सुलगती रही धुंआ निकलता रहा, जिसे पानी और फायर इक्विपमेंट द्वारा बुझाया जाता रहा।
मुझे लगता है शॉर्ट सर्किट से हुआ हादसा
फैक्ट्री के इलेक्ट्रिशियन, स्टाफ और हम सभी ने मिलकर आंकलन किया प्रथम नज़र में इस हादसे की वजह शॉर्ट सर्किट ही नजर आ रहा है।
सब कुछ जलकर हुआ राख
मेरी फैक्ट्री में लेदर व मैटेरियल स्टोर, एकाउंट्स डिपार्टमेंट, शोरूम, ऑफिस, रिसेप्शन, मशीन, फर्नीचर सभी कुछ पूरी तरह से जलकर राख हो गया है। कुल कितने करोड़ की हानि हुई है इस पर अभी कुछ कहना मुमकिन नहीं है। तैयार माल जो एक्सपोर्ट होना था, वह भी जल गया।
आज भी बुलानी पड़ी फायर ब्रिगेड
शनिवार से आज सोमवार को तीन दिन बीत चुके हैं इसके बावजूद भी आज अभी भी आग शांत नहीं हुई है। लेदर और अन्य मेटेरियल में आग अभी भी सुलगती रही है धुंआं उठ रहा है। जिसे बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की गाड़ी को बुलाना पड़ा अत्यधिक उठते धुएं की वजह से आसपास की फैक्ट्रीयों में कार्य बाधित है।