उत्तर प्रदेश

सहयोग, सेवा और समर्पण की “शरन” ने मनाया छठवां स्थापना दिवस

श्रीहीन बच्चाें की शिक्षा को समर्पित है शरन सेवा समिति
छह वर्ष में पांच से 50 हुए बच्चे, प्रतिष्ठित स्कूलों में दिलाया है एडमिशन भी

आगरा। समाज का समुचित विकास तभी संभव है जब हर वर्ग तक शिक्षा का उजियारा पहुंचे। मलीन बस्तियों में रहने वाले बच्चों को शिक्षित करने के ध्येय को समर्पित शरन सेवा समिति ने इसी राह पर चलते हुए अपने छह वर्ष पूरे किये।
दयालबाग स्थित एक रेस्टोरेंट में शरन सेवा समिति ने छठवा स्थापना दिवस समारोह मनाया। संस्थापक डॉ शाेनू मेहरोत्रा ने कहा कि छह वर्ष पूर्व मात्र पांच बच्चों के साथ शरन पाठशाला की शुरुआत की थी। आज बढ़ते हुए ये संख्या 50 हो चुकी है। मलीन बस्तियों में रहने वाले बच्चाें को पाठशाला में निःशुल्क बेसिक शिक्षा के साथ ही मिड डे मिल, यूनीफार्म, स्टेशनरी आदि भी प्रदान की जाती है। पाठशाला में अनुभवी एवं इंग्लिश मीडियम की शिक्षिकाएं अपनी सेवाएं देती हैं। अध्यक्ष शैली माटा ने कहा कि पाठशाला में पढ़ने वाले बच्चों को समय− समय पर पिकनिक के लिए भी ले जाया जाता है। साथ ही त्योहारों की खुशियां भी बच्चों के साथ बांटी जाती हैं। सचिव ममता बेरी ने बताया कि शरन पाठशाला में शिक्षा प्राप्त करने के बाद एक दर्जन बच्चों का शहर के प्रतिष्ठित स्कूलों में दाखिला कराया जा चुका है। स्थापना दिवस समारोह में बच्चों को मनोरंजक खेल खिलाए गए और उपहार भी बांटे गए। इस अवसर पर सहसंगठन मंत्री बबिता हजेला, सहसचिव तनु गुप्ता, मीडिया प्रभारी पवन मेहरोत्रा, उपाध्यक्ष प्रीति कमल शर्मा, संगठन मंत्री सुमि मेहरा आदि उपस्थित रहीं।