जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक हुई सम्पन्न।
जिलाधिकारी ने
पूर्ण टीकाकरण अभियान में लगे लिंक वर्कर्स का 01 वर्ष से मानदेय न देने पर सीएमओ को लगाई फटकार, सीएमओ,एसीएमओ तथा अर्बन सीएचसी/पीएचसी प्रभारियों के वेतन रोकने के निर्देश
जिलाधिकारी ने बीसीपीएम,सीएचसी/पीएचसी प्रभारी से पूछे उनके कार्य, नहीं दे सके जवाब, सभी के द्वारा मॉनिटरिंग में लापरवाही करने पर जताई कड़ी नाराजगी, सभी को,यूनिसेफ द्वारा 28-29-30 सितंबर को तीन दिवसीय ट्रेनिंग देने के निर्देश
जनपद में अभी तक 42.91 प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाए जाने तथा धीमी प्रगति पर जताई नाराजगी,एपीएल कार्ड धारक जिनके घर में 6या 6 से अधिक व्यक्ति है उनके शत्-प्रतिशत निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हेतु तत्काल डीएसओ को बुलाकर आपूर्ति विभाग और स्वास्थ्य विभाग की कराई समन्वय बैठक
जनपद में शत- प्रतिशत आयुष्मान कार्ड बनाए जाने हेतु 31 अक्टूबर की दी अंतिम समय सीमा
बैठक सभी अस्पतालों में साफ सफाई के दिए विशेष निर्देश, अस्पतालों के लंबित रजिस्ट्रेशन जांच कर दें रजिस्ट्रेशन या मानक में न होने पर करें रिजेक्ट
बैठक में अस्पतालों में विद्युत हेतु बैकअप व्यवस्था तथा सोलर लाइट के बारे में जानकारी ली, कुछ केन्द्रों पर बैकअप व्यवस्था न होने पर लगाई फटकार, जिलाधिकारी ने पूछा जब कुछ केन्द्रों पर इन्वर्टर,जेनरेटर खराब तो वेक्सीन तथा दबाओं का संरक्षण कैसे हो रहा
जनपद में एनीमिया से मृत्यु नहीं की जाएगी बर्दास्त, गर्भवती माताओं की प्रसव पूर्व सघन जांच तथा काउंसलिंग कराने के दिए कड़े निर्देश
आगरा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अंतर्गत जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक जिलाधिकारी भानु चन्द्र गोस्वामी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा की गयी, जिसमें विकास खण्ड जगनेर, सैंया, शमसाबाद में प्रसव कराने में गिरावट दर्ज की गयी। आशाओं द्वारा सहायतित कराए गए प्रसव में भी शमशाबाद, अछनेरा तथा जिला महिला चिकित्सालय व एस0एन0 मेडिकल कालेज में भी कमी दर्ज की गई, सिजेरियन केस की समीक्षा में भी स्थित संतोषजनक नहीं मिली, जिलाधिकारी महोदय ने आशा व एएनएम पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए उन्होंने कहा कि जांच में आशा, एएनएम प्राइवेट अस्पतालों में यदि प्रसव कराते मिली तो कठोर कार्यवाही होगी।
उन्होंने अधिकतम प्रसव केन्द्रों पर प्रसव कराने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी महोदय द्वारा सभी सीएचसी पर विद्युत हेतु बैकअप व्यवस्था तथा सोलर लाइट के बारे में जानकारी ली जिसमें बताया गया कि आंवलखेड़ा सहित कुछ केन्द्रों पर बैकअप व्यवस्था नहीं है तथा कुछ केन्द्रों पर इन्वर्टर, जेनरेटर खराब हैं, जिलाधिकारी ने ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा कहा कि आप बिना बैकअप के अस्पताल कैसे संचालित कर रहे रेबीज इंजेक्शन तथा दवाइयां जिन्हें एक नियत तापमान की जरूरत होती है उनका रख रखाव बिना बैकअप के कैसे कर रहे हैं।
प्रभारी चिकित्सा अधिकारी शमसाबाद डेढ़ वर्ष से अनुपस्थित नहीं है, बल्कि वहां के एनस्थेटिक डॉक्टर अनुपस्थित है बाह के एनास्थेटिक डॉक्टर को शमसाबाद सम्बद्ध किया गया था जिस पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई और बाह के एनास्थेटिक डॉक्टर की संबद्धता समाप्त करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कड़ी फटकार लगाते हुए उक्त से संबंधित सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के कड़े निर्देश दिए। बैठक में बताया गया कि शमशाबाद सीएचसी प्रभारी पिछले डेढ़ वर्ष से अनुपस्थित चल रहे उनकी जगह बाह प्रभारी को अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई है , जिलाधिकारी महोदय ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की तथा तत्काल बाह प्रभारी को जिम्मेदारी से मुक्त करने के आदेश दिए, उन्होंने कहा कि बाह सबसे दूरदराज की तहसील हैं जहां ठीक चिकित्सा सुविधाओं को देना आपका दायित्व है, उन्होंने किसी अन्य प्रभारी की ड्यूटी लगाने के निर्देश
बैठक में स्वास्थ्य विभाग संपूर्ण टीकाकरण अभियान में काम करने वाले लिंक वर्कर्स के मानदेय को एक वर्ष से भुगतान न किए जाने की बात पर सीएमओ व संबंधित एसीएमओ को कड़ी फटकार लगाई तथा सभी अर्बन सीएचसी प्रभारियों से मानदेय भुगतान न करने की बाबत पूछा लेकिन समुचित जवाब न मिलने पर सभी के तत्काल प्रभाव से वेतन रोकने के आदेश दिए।
यूनिसेफ,एमओआईएस,बीसीपीएम की अलग अलग प्रेजेंटेशन देने तथा प्रगति के ग्रामवार डाटा प्रदर्शित करने के निर्देश दिए। बैठक में आईएमआई 5.0, ऐसे 0.5 वर्ष के बच्चे जो अभी तक टीकाकरण से वंचित हैं, उन्हें घर-घर जाकर चिन्हित कर टीकाकरण करने यूनिसेफ के प्रतिनिधियों को सभी की ट्रेनिंग कराने के निर्देश दिए।जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्ड बनाए जाने की समीक्षा की जिसमें बताया गया कि जनपद में 42.91प्रतिशत कार्ड बनाए गए है।
इस पर जिलाधिकारी ने संबंधित आयुष्मान कार्ड प्रभारी को कड़ी फटकार लगाई तथा जनपद वनारस का उदाहरण देते हुए बताया कि वहां 08 से 12 हजार आयुष्मान कार्ड बनाए जा रहे और आगरा में 01 हजार का भी कार्ड बनाए जाने का औसत नही है उन्होंने तत्काल डीएसओ को बुलाकर सभी सप्लाई इंस्पेक्टर तथा स्वास्थ्य विभाग के साथ मौके पर ही समन्वय बैठक कराई जिससे कि एपीएल कार्ड धारक जिनके घर में 6या 6 से अधिक व्यक्ति है उनके शत्-प्रतिशत निःशुल्क आयुष्मान कार्ड बनाए जा सकें।