संवाद। मजहर आलम
लड़की से मिले मोबाइल से कई खुलासे हो सकते हैं।: एस एच ओ भरत मसीह
मुस्लिम भाईचारे के लोगों ने दिया ज्ञापन
जालंधर: थाना सदर की पुलिस ने मस्जिद ए कुबा खांबड़ा में घुसकर मस्जिद की बेअदबी करने वाली लड़की के खिलाफ थाना थाना सदर की पुलिस विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
वहीं आज खांबड़ा में जुमे की नमाज के बाद आम आदमी पार्टी के सीनियर नेता और अल्पसंख्यक आयोग के सदस्य नासिर सलमानी, पंजाब मुस्लिम डेमोक्रेटिक फ्रंट के पंजाब प्रधान और कांग्रेस अल्पसंख्यक सेल के प्रदेश महासचिव अख्तर सलमानी, शिवनगर नागरा के प्रधान नौशाद आलम, मस्जिद कुबा के प्रधान मजहर आलम मजाहिरी ने कहा कि कुछ लोग पंजाब में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाकर पंजाब के शांतिपूर्ण माहौल में जहर घोलने की कोशिश कर रहे हैं। जब चुनाव नजदीक आता है तो असभ्यता बढ़ जाती है, हमें देश विरोधी दुश्मनों से सावधान रहना होगा। नासिर सलमानी ने कहा की लड़की के बयान से ऐसा लग रहा है कि किसी ने उन्हें पूरी तरह ट्रेनिंग देकर भेजा है, लेकिन मुसलमानों को धैर्य रखना है।
उधर, कुबा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम भाईचारे में भारी तनाव को देखते हुए थाना सदर के SHO भरत मसीह और फतेहपुर चौकी प्रभारी विक्टर मसीह ने मुस्लिम भाईचारे के साथ बैठक की और उन्हें आश्वासन दिया कि हमने लड़की को गिरफ्तार कर लिया है और उनसे गहन पूछताछ की जा रही है। लड़की के खिलाफ एफआईआर संख्या 168, जिसमें 506, 295 एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। भरत मसीह ने बताया कि लड़की श्रीगंगानगर की रहने वाली है, लड़की यहां कैसे आई, उसे कौन लेकर आया, वह फोन पर किसके संपर्क में थी, लड़की के पास से मिले मोबाइल से पुलिस को बहुत सारी जानकारी मिल सकती है। मीटिंग के बाद मुस्लिम भाईचारे की के लोगों ने जालंधर पुलिस कमिश्नर को एक ज्ञापन सौंपकर मस्जिद को अपवित्र करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की और मस्जिद की सुरक्षा बहाल करने की अपील की।
उल्लेखनीय है कि बीती रात खांबड़ा चर्च से आई लड़की सीधे मस्जिद में घुस गई और मस्जिद में जयश्री राम के नारे लगाने लगी, और मस्जिद में रखें कुरान शरीफ की करने की कोशिश करने लगी। मस्जिद में मौजूद लोगों ने जब रोका तो वह धमकियां व गाली-गलौज करने लगी। यह देख वहां मौजूद लोग जुट गए। मस्जिद ने उसे घेर लिया और पुलिस को सौंप दिया।
इस मौके पर अयूब जौहरी, अलाउद्दीन चांद, मुहम्मद शरीफ, मुहम्मद अरबाज, मसउद आलम, अकबर अली आदि विशेष रूप से मौजूद रहे।