मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी जी ने स्थानीय निकायों संग की बैठक, विकास कार्यों की हुई समीक्षा
सफाई व्यवस्था, अतिक्रमण और सड़कों के जीर्णोद्धार पर दिया जोर, सौन्दर्यीकरण के कार्यां में तेजी लाने के दिए निर्देश
आगरा।स्थानीय निकायों की समीक्षात्मक बैठक मंडलायुक्त रितु माहेश्वरी की अध्यक्षता में आगरा मण्डल के हुई। बैठक में नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायत क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं, साफ-सफाई, कूड़ा एकत्रीकरण, संरक्षित गौशाला, प्लास्टिक मुक्त अभियान, अतिक्रमण, रोड़ मेंटनेंस और शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के सौन्दर्यीकरण से जुड़े लगभग 35 से अधिक बिंदुओं पर चर्चा की गयी। सभी बिंदुओं पर विस्तृत चर्चा करते हुए मंडलायुक्त महोदया ने स्थानीय निकायों द्वारा वर्तमान में किए जा रहे विकास कार्यों में तेजी व सुधार लाने के साथ-साथ सौन्दर्यीकरण का कार्य कराने हेतु नए प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
सर्वप्रथम स्मार्ट सिटी के तहत आगरा, मथुरा और फिरोजाबाद में चल रहे विकास कार्यां की समीक्षा करते हुए मंडलायुने ट्रैफिक मैनेजमेंट और ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम को और ज्यादा प्रभावित बनाने के निर्देश दिए। पैनिक बटन, सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट को इससे लिंक कीजिए। मंडलायुक्त ने कहा कि एटीसीएस (एरिया ट्रैफिक कंट्रोल सिस्टम) शहरों में सिर्फ एक-दो जगह ही चल रहे हैं। बाकी जगह भी इस सिस्टम को अपडेट कीजिए। इन सभी की मॉनिटरिंग के लिए एक सिंगल विंडो सिस्टम बनाईये।
आगरा, मथुरा-वृंदावन और फिरोजाबाद नगरायुक्त द्वारा नगर निगम द्वारा वर्तमान में कार्यरत एवं प्रस्तावित विकास कार्यों की रिपोर्ट प्रस्तुत की गयी। जिसकी समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त ने मथुरा में मल्टीलेवल पार्किंग, गोवर्धन परिक्रमा मार्ग के चौड़ीकरण एवं सौन्दर्यीकरण के काम में तेजी लाने को कहा। द्वारकाधीश मंदिर और कृष्ण जन्मभूमि के आस पास सड़कों के जीर्णोद्धार व सौन्दर्यीकरण कराने के निर्देश दिए। वहीं आगरा और फिरोजाबाद में भी नगर निगम द्वारा कराए जा रहे विकास कार्यां में तेजी लाने के अलावा स्थानीय लोगों के मनोरंजन हेतु 5 डी थियेटर, वॉक थू्र इल्यूशन जैसे एंटरटेनमेंट हब बनाने के निर्देश दिए।
एंट्री गेट एवं मॉडल रोड़
नगर निगम द्वारा शहर में एंट्री गेट और मॉडल रोड बनाए जा रहे हैं लेकिन नगर पालिका और नगर पंचायत द्वारा कहीं भी एंट्री गेट और मॉडल रोड प्रस्तावित नहीं किया गया। इसे लेकर मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि सभी नगर पालिका और नगर पंचायत प्राथमिकता के तौर पर एंट्री गेट को अपनी योजना में शामिल करें लेकिन यह गेट परंपरागत तरीके से नहीं बल्कि आधुनिक रूप में नए डिजाइन के साथ तैयार किए जाएं। जिससे आपके क्षेत्र की एक अलग पहचान बने। वहीँ अपने यहां की कम से कम एक मुख्य सड़क को मॉडल रोड बनाएं। मॉडल रोड बनाने में खानापूर्ति ना की जाए।
सफाई व्यवस्था पर दिया जोर
मंडलायुक्त महोदय ने सभी स्थानीय निकायों को निर्देश दिए की शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। नगर निगम क्षेत्र में जो भी महत्वपूर्ण स्थल, ऐतिहासिक या प्रसिद्ध मंदिर और ऐतिहासिक स्मारक हैं, विशेष तौर पर वहां क्यूआरटी टीम तैनात की जाए और उनकी गाड़ी पर एक हेल्पलाइन नंबर भी अंकित होना चाहिए ताकि अगर किसी को भी जरूरत पड़े तो वह उसे हेल्पलाइन नंबर पर संपर्क कर अपने यहां साफ सफाई करवा सके। नालों की सफाई को लेकर भी मंडल आयुक्त ने निर्देश दिए कि साल में सिर्फ एक बार टेंडर निकालकर नालों की सफाई की इतिश्री ना की जाए बल्कि कुछ ऐसी प्लानिंग की जाए जिससे साल भर बड़े-छोटे नालों की समुचित सफाई हो।
सभी डलाबघर-कूड़ा स्थल हों ख़त्म
कई जगहों पर डलाबघर बने हुए हैं। घरों से कूड़े को एकत्रित कर एक जगह पर कूड़े का ढ़ेर लगा दिया जाता है। आवारा जानवर वहां पहुंच जाते है और कूड़े को इधर-उधर फैला देते हैं जिससे गंदगी तो बढ़ती है वहीँ सड़ांध और बीमारी भी फैलती है। इसके अलावा बड़े-बड़े डस्टबिन भी रख दिए गए हैं जो अक्सर कूड़े से भरे रहते हैं। इसे लेकर मंडलायुक्त ने सभी डलाबघरों को खत्म करने, बड़े डस्टबिन की जगह छोटे डस्टबिन रखना के निर्देश दिए। नगर निगम की ही तरह नगर पालिका और नगर पंचायत को डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन और एक ट्रांसफर स्टेशन बनाने के निर्देश दिए ताकि घर-घर से एकत्रित कूड़ा कचरा यहां से सीधे डंपिंग जोन पर जाए और कहीं भी कूड़े का ढ़ेर न दिखे।
सभी स्मारकों के बाहर होंगे पब्लिक टॉयलेट
सामुदायिक शौचालय की समीक्षा करते हुए मंडलायुक्त महोदया ने सभी स्थानीय निकायों को निर्देश दिए की आपके क्षेत्र में जितने भी महत्वपूर्ण स्थल और स्मारक है, जहां पब्लिक की ज्यादा आवाजाही रहती है। वहां पर सामुदायिक शौचालय और पिंक टॉयलेट जरूर होने चाहिए। अभी तक जितने भी शौचालय बने हैं वे अच्छे नहीं है। उनमें समुचित सफाई भी नहीं होती है। इसलिए ध्यान रखें कि अच्छे शौचालय का निर्माण किया जाए। वहां बिजली, पानी की समुचित व्यवस्था हो और नियमित सफाई के लिए दो सफाई कर्मी की नियुक्ति की जाए।
डार्क स्पॉट होंगे जगमग
मंडलायुक्त महोदया ने सभी स्थानीय निकायों को यह सुनिश्चित करने की निर्देश दिए कि उनके क्षेत्र में जितने भी डार्क स्पॉट है उन्हें चिन्हित कर वहां पर लाइटें लगाई जाए। ज्यादा से ज्यादा संख्या में अच्छी क्वालिटी के गमले लगाए जाएं। मिट्टी के अलावा फाइबर प्लांटेशन की भी योजना अमल में लाई जाए। जहां पर अच्छी जगह दिखाई दे वहां पर लैंडस्कैपिंग की जाए। थीम पेंटिंग को लेकर निर्देश दिए कि बहुत जगह पर पेंटिंग पुरानी और खराब हो चुकी है। इसलिए एक महीने के अंदर ही नई पेंटिंग कराई जाए।
रात्रिकालीन सफ़ाई
मंडलायुक्त ने कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक सभी स्थानीय निकायों में दिन में दो बार और रात में एक बार सफाई की जा रही है। इसके बावजूद अच्छी सफाई नहीं दिख रही है। आगरा के मुख्य बाजारों में रात्रि कालीन सफाई शुरुआत में अच्छी रही थी लेकिन अब समुचित सफाई नहीं हो रही है। रात्रि कालीन सफाई को प्रभावी बनाने के निर्देश दिए गए।
छुट्टा गौवंश पकड़ने के निर्देश
सड़कों और हाईवे पर अभी भी आवारा व छुट्टा पशु पशु दिखाई दे रहे हैं जिसे लेकर मंडलायुक्त ने निर्देश दिए कि प्रतिदिन इन पशुओं को पकड़ने के लिए टीम क्षेत्र में जाए। स्थानीय निकायों द्वारा जितनी गौशालाएं संचालित की जा रही हैं उन्हें साफ सुथरा एवं टिकाऊ बनाने के लिए प्रयास किए जाएं।
प्लास्टिक के खि़लाफ़ अभियान में तेजी
बैठक में मंडलायुक्त ने स्पष्ट निर्देश दिए कि सड़कों पर किसी भी हाल में प्लास्टिक नहीं मिलनी चाहिए। इसके लिए सख़्ती से अभियान चलाया जाए। सभी सब्जी मंडी स्थल और दुकानों पर लगातार चेकिंग की जाए और पॉलिथीन या प्लास्टिक पकड़े जाने पर जुर्माना लगाया जाए। वहीं दूसरी तरफ लोगों को प्लास्टिक का इस्तेमाल न करने के लिए जागरूक अभियान चलाया जाए। मंडलायुक्त ने बर्तन और थैला बैंक योजना के अंतर्गत समय-समय पर कैनोपी लगाकर थैले वितरण करने के निर्देश दिए ताकि लोग पॉलिथीन का प्रयोग ना करें।
इसके अलावा सभी स्थानीय निकायों को अतिक्रमण हटाने, ठेल-ढकेलों के लिए वेंडिंग जोन तैयार करने और पार्किंग एरिया बनाने के निर्देश दिए ताकि शहर और ग्रामीण में एक सुव्यवस्था दिखाई दे। सभी सड़कों को हर हाल में अक्टूबर माह तक गड्ढा मुक्त बनाने एवं जीर्णोद्धार कराने के निर्देश दिए। इसके अलावा हल्की बारिश में जहां-जहां भी जल भराव होता है उसके स्थाई समाधान हेतु मंडलायुक्त द्वारा निर्देशित किया गया।
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जिला सूचना कार्यालय, आगरा द्वारा प्रसारित।