आगरा। आगरा के विकास, सौंदर्यीकरण, पर्यटन केन्द्रों के विकसित करने और आई.टी. सिटी बनाने पर चर्चा सरकार के उच्च शिक्षा, सूचना प्रौद्योगिकी तथा विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय ने सर्किट हाउस में आगरा के जिलाधिकारी भानू चन्द्र गोस्वामी एवं आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष चर्चित गौंड के साथ की गई। जिसमें आगरा विकास प्राधिकरण, नगर निगम, पर्यटन विभाग जल निगम की भूमिका पर गहन चर्चा हुई।
पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मीना बाजार की कोठी को शिवाजी महाराज के आगरा से जुड़े शौर्यपूर्ण इतिहास के अध्याय का स्मारक बनाने के लिए उसके अधिग्रहण करने का प्रस्ताव और उस हेतु प्रशासनिक कार्यवाही को गति प्रदान करने का सुझाव दिये।
ताजनगरी स्थित जोनल पार्क को ‘‘गोविन्द-गीता वाटिका’’ का नाम देकर इसको बृज संस्कृति का केन्द्र बनाते हुए कृष्ण कालीन वृक्ष और वनस्पतियों का रोपण, कृष्ण लीलाओं की मूर्ति और चित्रकारी से चित्रण और वर्णन, उसके एक हिस्से में कृष्ण लीलाओं का मंचन का प्रावधान कर उसे पर्यटन स्थल बनाने का सुझाव दिया।
यमुना किनारा रोड पर जीवनी मण्डी चौराहे से लेकर ताजगंज विद्युत शवदाह गृह के भूखण्ड को नियोजित रूप से विकसित कर और सौंदर्यीकरण कर वहाँ से ताज और एत्माद्दौला का अवलोकन का प्रबन्धन करने का सुझाव दिया। जिससे पर्यटक प्राकृतिक सौन्दर्य के साथ साथ वही से ऐतिहासिक स्मारकों का अवलोकन कर सकें।
कैलाश मन्दिर के पास जहाँ गंगाजल आकर जल संस्थान को उपलब्ध कराया जाता है मन्दिर के निकट उस पर घाट बनाकर स्नान के पर्वाें पर गंगा-यमुना संगम स्थल के रूप में विकसित कर स्नान आदि की व्यवस्था करने का प्रस्ताव भी प्रस्तुत किया।
आगरा में नक्षत्रशाला और आधुनिक विज्ञान पार्क हेतु लगभग 03 एकड़ भूखण्ड तलाशने हेतु भी निर्देशित किया जिससे योगी सरकार के द्वारा इस हेतु आवंटित 15 करोड़ रूपये का उपयोग कर शैक्षिक पर्यटन केन्द्र को विकसित किया जा सके।
जलनिगम के द्वारा गढी भदौरिया से लेकर अलबतिया क्षेत्र तक गंगाजल आपूर्ति और सीवेज सिस्टम विकसित करने हेतु सड़कों की जो खुदाई की गई है उस पर शीघ्र पूर्ण रूप से सड़क निर्माण तथा मीना बाजार की कोठी से मारूति स्टेट चौराहे होते हुए 100 फुटा अलबतिया रोड के चौड़े सेन्ट्रल चैनल को खूबसूरत फूलों के पौधों से आच्छादित करने और उस पर टहलने हेतु पथ निर्माण करने का सुझाव दिया जिससे एक ओर पर्यावरण सुधरेगा वही दूसरी ओर सौंदर्यीकरण भी होगा।